मैक्कुलम ने अपने नाम किया विश्वकप का सबसे तेज अर्धशतक
विश्वकप टूर्नामेंट हमेशा से ही कीर्तिमानों के लिए जाना जाता रहा है। इसी कड़ी में विश्वकप 2015 के 20 फरवरी को न्यूजीलैंड-इंग्लैंड के बीच खेले गए इस मैच में भी एक रिकॉर्ड बना। यह रिकॉर्ड बना विश्वकप के सबसे तेज अर्धशतक का।
वेलिंगटन में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में ब्रेंडन मैक्कुलम तूफान की रफ्तार से इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को बाउंड्री का रास्ता दिखाते रहे, और सिर्फ 18 गेंदों पर अपना अर्द्धशतक पूरा कर लिया, जो वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे तेज़ अर्द्धशतक के तौर पर दर्ज होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ 124 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैक्कुलम ने 25 गेंदों पर 77 रन बनाए। इस पारी में मैक्कुलम ने आठ चौके और सात छक्के ठोके। न्यूज़ीलैंड ने 12.2 ओवर में ही लक्ष्य को हासिल कर लिया और टूर्नामेंट में लगातार तीसरी जीत हासिल की।
इत्तफाक से न्यूज़ीलैंड के सलामी बल्लेबाज मैक्कुलम ने 20 गेंदों पर बनाए गए सबसे तेज़ अर्द्धशतक के अपने ही रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा है, जो उन्होंने वर्ष 2007 के वर्ल्ड कप में कनाडा के खिलाफ बनाया थे। मैक्कुलम ने वेलिंगटन में स्टीवन फिन की गेंद पर छक्का लगाकर अर्द्धशतक पूरा किया और वर्ल्ड कप में एक और इतिहास अपने नाम कर लिया।
वैसे वन-डे क्रिकेट के इतिहास में यह तीसरा सबसे तेज़ अर्द्धशतक है। सबसे तेज़ अर्द्धशतक दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के नाम है, जिन्होंने 16 गेंदों पर अर्द्धशतक बनाया था, जबकि श्रीलंका के सनथ जयसूर्या ने 17 गेंदों पर अर्द्धशतक ठोका है।