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डॉक्टर से जानिए सेक्स पॉवर से जुड़ी 11 काम की बातें...

डॉक्टर से जानिए सेक्स पॉवर से जुड़ी 11 काम की बातें... - sex story in Hindi
कई बार लोगों की गलत मान्यताओं से उनकी सेक्स लाइफ तबाह हो जाती है। नीम-हकीमों के चक्कर में पड़कर वे पैसा और स्वास्थ्य दोनों गंवा देते हैं। बड़ा प्रश्न है कि क्या सेक्स टॉनिक से सेक्स पॉवर बढ़ता है? इसको लेकर भी लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां हैं। इसी तरह शराब को लेकर भी माना जाता है इससे व्यक्ति का सेक्स पॉवर बढ़ जाता है। क्या वाकई में यह हकीकत है? यही बता रहे हैं देश के जाने-माने सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. महेश नवाल। आइए जानते हैं विस्तार से....
 
1. ऐसा माना जाता है कि शराब से संभोग की इच्छा बढ़ जाती है, लेकिन वास्तविकता में शराब के सेवन से स्त्री अथवा पुरुष में संभोग की इच्छा पर कोई खास प्रभाव नहीं होता। हां, अगर कोई व्यक्ति कभी-कभार, बहुत ही कम मात्रा में शराब का सेवन करे और इसके प्रभाव के कारण मानसिक चिंता, तनाव एवं भय कम अथवा खत्म हो जाए तो व्यक्ति खुलकर अपनी विचार-अभिव्यक्ति कर सकता है, लेकिन शराब के सेवन से संभोग की इच्‍छा नहीं बढ़ती है।
 
2. ऐसी भी धारणा है कि शराब के सेवन के बाद पुरुष लिंग में उत्तेजना के समय कठोरता बहुत ज्यादा बढ़ जाती है? वैज्ञानिक निष्कर्ष है कि कम मात्रा में कभी-कभी शराब का सेवन करने से व्यक्ति की सेक्स इच्छा थोड़ी बढ़ सकती है, लेकिन शराब की थोड़ी-सी अधिक मात्रा के बाद व्यक्ति के लिंग में कठोरता नहीं आती है। अगर आए भी तो तुरंत चली जाती है। अधिक मात्रा में शराब के सेवन से व्यक्ति में नामर्दगी हो सकती है। यह एक महज गलतफहमी है कि शराब के सेवन से व्यक्ति में नामर्दगी नहीं होती है।
 
3. ऐसी भी धारणा है कि शराब के पीने के बाद व्यक्ति अधिक देर तक संभोग कर सकता है? हकीकत में यह भी एक अंधविश्वास है कि शराब के सेवन से व्यक्ति अधिक देर तक संभोग कर सकता है। शराब के सेवन के बाद यौन क्षमता प्रभावित हो सकती है अथवा जल्दी ‍वीर्य स्खलन जैसी समस्या से भी व्यक्ति ग्रस्त हो सकता है।
 
4. सिगरेट अथवा तम्बाकू के सेवन से व्यक्ति में नामर्दगी तक आ सकती है। तम्बाकू में पाया जाने वाला निकोटिन रक्त नलिकाओं में धीरे-धीरे जमने लगता है। इससे रक्त नलियां अंदर से संकरी होने लगती हैं। रक्त का प्रवाह कम होने से पुरुष लिंग में उत्तेजना पैदा होना घट जाती है। अगर रक्त का प्रवाह बिलकुल कम हो जाए तो नामर्दगी भी हो सकती है।
 
5. गांजा, चरस, भांग, अफीम आदि के सेवन से व्यक्ति की यौन क्षमता बढ़ जाती है, ऐसा सोचना सही नहीं है। भांग, चरस, गांजा अथवा अफीम के सेवन से व्यक्ति की यौन क्षमता कम होती है, बढ़ती नहीं है। दरअसल, नशे के प्रभाव में वह व्यक्ति ऐसा अनुभव कर सकता है कि उसकी यौन क्षमता बढ़ गई है, लेकिन हकीकत में यौन क्षमता कम अथवा खत्म हो जाती है।
 
6. कुछ लोगों का मानना है कि गरम प्रकृति की वस्तुओं जैसे मांस, मछली, अंडे, प्याज, लहसुन, मशरूम इत्यादि के सेवन से व्यक्ति की काम-वासना बढ़ती है, मगर यह महज एक अंधविश्वास है, वास्तविकता नहीं।
 
7. यह भी गलतफहमी है कि गैंडे के सींग अथवा शेर के अंडकोष के सेवन करने से व्यक्ति की कामशक्ति बढ़ती है। दुर्भाग्य के ऐसी गलतफहमी के कारण गैंडे एवं शेरों का शिकार किया जाता है। हकीकत तो यह है कि गैंडे के सींग अथवा शेर के अंडकोष का किसी भी रूप में सेवन करने से व्यक्ति की कामशक्ति पर कोई प्रभाव नहीं होता।
 
8. यह भी एक गलत धारणा है कि सुपारी, अचार अथवा पाइनएपल के सेवन से नामर्दगी हो जाती है। नामर्दगी पुरुष के लिंग में रक्त के प्रवाह में कमी से आती है। उपरोक्त वस्तुएं रक्त के प्रवाह पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं डालती हैं।
 
9. यह भी एक गलत प्रचार है कि विटामिन-ई के सेवन से सेक्स पॉवर बढ़ता है। सन 70 के दशक में वैज्ञा‍निकों ने चूहों पर विटामिन-ई के प्रभाव संबंधी प्रयोग किए थे। निष्कर्ष निकला था कि जिन चूहों में 'विटामिन-ई' की कमी थी, उनके अंडकोषों में कुछ खराबी होकर प्रजनन क्षमता में कमी आ गई। इन प्रयोगों के निष्कर्ष से यह गलतफहमी फैल गई कि जब 'विटामिन-ई' को ज्यादा मात्रा में सेवन करने से चूहों में सेक्स समस्याएं दूर हो सकती हैं तो मनुष्यों में क्यों नहीं? 
 
10. आज बाजार में 'सेक्स पॉवर' बढ़ाने वाली तथाकथित गो‍लियों, केप्सूल्स, चॉकलेट्स, क्रीम, तेल, स्प्रे इत्यादि वस्तुओं व तथाकथित औषधियों की भरमार हो गई है। इन वस्तुओं को बनाने वाली अमूमन सभी कंपनियों का दावा होता है कि उनके द्वारा विशेष फॉर्मूलों से बनाई इन तथाकथित 'यौनशक्तिवर्धक' वस्तुओं के सेवन अथवा उपयोग से सारी सेक्स समस्या (चाहे उन सेक्स समस्याओं का कारण कुछ भी हो) खत्म हो जाती है। वैज्ञानिक सच्चाई यह है कि इन सभी पदार्थों को बनाने वाली कंपनियों के दावे पूर्णत: 'खोखले' हैं।
 
11. टेस्टोस्टेरॉन हारमोन सिर्फ तभी दिया जाना चाहिए, जब रक्त की जांच में इस हारमोन की कमी हो। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में टेस्टोस्टेरॉन हारमोन सामान्य मात्रा में बन रहा है और उस व्यक्ति को इसकी अतिरिक्त खुराक दे दी जाए, तो फायदे की जगह नुकसान होने की आशंका ज्यादा है।
 
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