फिर बोले डोनाल्ड ट्रंप, भारत को 350 फीसदी टैरिफ लगाने की दी थी धमकी
US President Donald Trump again claims: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रोकने के लिए दोनों देशों पर 350 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। सात महीनों में करीब 60 बार ट्रंप अपने इस दावे को दोहरा चुके हैं। हालांकि भारत ने कभी भी इसे स्वीकार नहीं किया।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत एवं पाकिस्तान को 350 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी देकर हमलों को रुकवाया था और इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें फोन करके कहा था कि हम युद्ध नहीं करेंगे। ट्रंप 60 से अधिक बार इस दावे को दोहरा चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को खत्म करने में मदद की। हालांकि भारत किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के दावे को लगातार नकारता रहा है।
ट्रंप ने की खुद की तारीफ : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद की तारीफ करते हुए कहा कि कहा कि मैं झगड़े सुलझाने में अच्छा हूं। मैं हमेशा ऐसा करता रहा हूं। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान परमाणु हथियारों से हमले करने वाले थे। ट्रंप ने अमेरिका-सऊदी निवेश मंच में दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान से कहा था कि वे युद्ध जारी रख सकते हैं, लेकिन मैं दोनों पर 350 फीसदी टैरिफ लगा रहा हूं। दोनों ही देश अमेरिका के साथ व्यापार नहीं कर पाएंगे।
मोदी ने कहा था- हम युद्ध नहीं करेंगे : ट्रंप ने कहा कि मैं नहीं चाहता था कि भारत-पाक एक-दूसरे के खिलाफ परमाणु हथियार का इस्तेमाल करें, लाखों लोगों को मारें और लॉस एंजिलिस पर परमाणु धूल उड़े। मैंने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से कहा था कि अगर दोनों देश युद्ध रोक देते हैं, तो हम एक अच्छा व्यापार समझौता करेंगे। आठ में से पांच युद्ध, व्यापार और शुल्क की वजह से सुलझ गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उन्हें फोन किया और लाखों लोगों की जान बचाने के लिए व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स के सामने उन्हें धन्यवाद दिया। मोदी ने भी कहा था कि हम युद्ध नहीं करेंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत ने पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसके तहत पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचों को निशाना बनाया गया था। पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala