लोकपाल को लेकर फिर से आंदोलन करेंगे अन्ना
रायपुर। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा है कि सरकार लोकपाल लागू नहीं कर रही है, इसलिए फिर से आंदोलन किया जाएगा। वर्ष 2011 में लोकपाल के लिए लड़ाई हुई और सरकार को कानून बनाना पड़ा। अब उस पर अमल नहीं हो रहा है। इसलिए अब फिर से सोचा है आंदोलन के लिए।
अन्ना ने आज यहां एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 45 वर्षों में लोकपाल विधेयक लोकसभा में छह बार रखा गया, लेकिन पास नहीं हुआ। वर्ष 2011 में लोकपाल के लिए लड़ाई हुई और सरकार को कानून बनाना पड़ा। अब उस पर अमल नहीं हो रहा है। इसलिए अब फिर से सोचा है आंदोलन के लिए।
अन्ना ने इससे पहले बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने कभी भी किसी पार्टी या व्यक्ति के खिलाफ आंदोलन नहीं किया है। समाज और देश की भलाई के लिए ही आंदोलन किया है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले आंदोलन किया गया वह भ्रष्ट्राचार के विरोध में था, लोकपाल लाने के लिए था। क्योंकि भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया था कि सामान्य लोगों का जीना मुश्किल हो गया था। भ्रष्टाचार के कारण महंगाई बढ़ गई थी। अन्ना हजारे ने कहा कि वर्तमान सरकार को तीन साल हो गए हैं। लेकिन अब तक लोकपाल लागू नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि वह महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर गए थे और वहां उन्होंने चिंतन किया। गांधीजी ने देश को आजादी दिलाने के लिए बड़ी कुर्बानी दी। क्या उनका सपना पूरा हुआ है। सन् 1857 से 1947 तक जिन्होंने कुर्बानी दी आज तक उनका सपना पूरा नहीं हुआ है।
जब हजारे से बाबा रामदेव को लेकर सवाल किया गया कि अब वह लोकपाल और कालेधन के बारे में नहीं बोलते हैं, तब उन्होंने कहा कि यह सवाल उनसे करना चाहिए कि जिन्होंने आंदोलन में लोकपाल के लिए अन्ना का साथ दिया वह कहां गए?
अन्ना ने कहा कि किसी के दिल में क्या है यह समझ नहीं आता है। उनके दिल में क्या था, ‘मैं कैसे समझ सकता हूं।’ हजारे ने कहा, ‘मैंने 25 साल की उम्र में अपना जीवन देश और समाज को अर्पित कर दिया। मेरे जीवन का हर क्षण समाज और देश की सेवा में लगा है।’ (भाषा)