मुझे याद आता है आज से लगभग 35 साल पहले। दिवाली पर घर की बहुत याद आती थी। दिवाली के साथ जुड़े थे सारे सगे-संबंधी, दीये की कतारों से सजी घरों की बिन्नियां और खिड़कियां, मिठाइयों से तनातन भरी रंग-बिरंगी हलवाइयों की दुकानें। दिवाली के बहुत दिन पहले से ...