बुधवार, 25 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. nawaj sharif
Written By
Last Updated : सोमवार, 1 जून 2020 (15:10 IST)

लंदन के ‘कैफे’ में नजर आए नवाज शरीफ, लोगों कहा ‘घर’ कब आओगे?

लंदन के ‘कैफे’ में नजर आए नवाज शरीफ, लोगों कहा ‘घर’ कब आओगे? - nawaj sharif
नवाज शरीफ की तस्‍वीर सामने आने के बाद उनके बारे में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। सोशल मीडिया पर भी उन्‍हें लेकर बातें की जा रही हैं। यह सब देखकर उनकी बेटी ने प‍िता का बचाव क‍िया है।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक ताजा तस्वीर सोशल मीडि‍या पर वायरल हो रही है। इसके बाद सोशल मीड‍िया से लेकर पाक‍िस्‍तान के राजनीत‍िक गल‍ियारों में उन्‍हें लेकर एक बहस छ‍िड़ गई है।

नवाज शरीफ लंदन के एक कैफे में अपने पर‍िवार के साथ बैठे नजर आए हैं। क‍िसी ने इस तस्‍वीर को सोशल मीडिया पर शेयर क‍िया था ज‍िसके बाद यह वायरल हो गई।

तस्‍वीर देखने के बाद लोगों ने उनसे कई तरह के सवाल पूछना शुरू कर द‍ि‍ए। क‍िसी ने क‍हा क‍ि घर कब आओगे नवाज शरीफ तो क‍िसी ने कहा पाक‍िस्‍तान कब लौट रहे हो। लोगों ने कहा क‍ि अगर लंदन में घूम-फिर रहे हो तो देश क्‍यों नहीं आ रहे हो।

दरअसल नवाज पिछले साल नवंबर में नवाज शरीफ लंदन गए थे जब कोर्ट ने उन्हें चार हफ्ते के लिए इलाज करने के लिए विदेश जाने की इजाजत दी थी।

तस्‍वीर में परिवार के साथ बैठे दिख रहे नवाज की सेहत भी ठीक लग रही है। हालांक‍ि नवाज की बेटी मरयम ने इसे उनके पिता को बदनाम करने की साजिश बताया है। उन्होंने कहा है कि नवाज के समर्थक उन्हें बेहतर सेहत में देखकर खुश हैं।

उधर पाकिस्तान की जवाबदेही अदालत ने भ्रष्टाचार के एक मामले में बतौर आरोपी पेश नहीं होने पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है। इस्लामाबाद की अदालत ने शुक्रवार को शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के खिलाफ विदेशी मेहमानों से कथित रूप से लक्जरी वाहन और अन्य उपहार हासिल करने के मामले में सुनवाई की।

नियमों के तहत ये सभी उपहार राज्य की संपत्ति हैं। भ्रष्टाचार निरोधी निकाय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने 2 मार्च को मामला दर्ज किया था और न्यायधीश सैयद असगर अली ने 15 मई को तीन नेताओं और अन्य आरोपियों- ओमनी समूह के ख्वाजा अनवर मजीद और अब्दुल घनी मजीद- को समन जारी किया था। गिलानी और घनी अदालत के समक्ष पेश हुए जबकि शरीफ और जरदारी नहीं आए। पूर्व राष्ट्रपति जरदारी ने व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट देने का आवेदन दिया था जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया, लेकिन शरीफ की ओर से कोई पेश नहीं हुआ जिसके बाद न्यायाधीश ने गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया।
ये भी पढ़ें
LOC पर मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को किया ढेर