पुस्तक मेले से बुलावा नहीं आना
मनोज लिमये | बुधवार,जनवरी 18,2017
देश की राजधानी में विश्व स्तर के पुस्तक मेले का आयोजन एक बार पुनः मेरी उपस्थिति के बिना आरम्भ हो गया। इस प्रकार के ...
आओ रियलिटी शो बनाएं
मनोज लिमये | गुरुवार,जुलाई 14,2016
टी.वी. पर प्रस्तुत होने वाले इन रियलीटी शो में एक बात समान है कि यह सबके सब अनरियल लगते हैं।
बकरी, राष्ट्रद्रोह और मैं !
मनोज लिमये | बुधवार,जुलाई 13,2016
सुप्रसिद्ध फिल्म शोले में जब यह संवाद सुना था कि 'गब्बर सिंग कोई बकरी का बच्चा नहीं जो दौड़े और पकड़ लिया',
एक ‘फैन’ की दुर्दशा
मनोज लिमये | सोमवार,जुलाई 11,2016
बाल्यकाल में सिनेमा देखने जाना हमारे एक बेहद लुभावना आयोजन होता था। ड्रेस सर्कल में ठोस लकड़ी की (खटमल युक्त) बेंचों पर ...
जानवरों की आपात बैठक
मनोज लिमये | गुरुवार,जुलाई 7,2016
हाल ही में शहर के टाउन हॉल के नजदीक पड़े खली मैदान में देश में व्याप्त घटनाओं पर जानवरों की एक आपात बैठक का ताबड़तोड़ ...
एक लाईक का सवाल है
मनोज लिमये | गुरुवार,जुलाई 7,2016
आपने अकादमिक स्तर की कोई भी उपलब्धि हासिल की हो, चाहे आप पी.एच.डी कर स्वयं के नाम के आगे डॉ. लिखते हों या आपको समाज में ...
कोसने भर से क्या होगा?
मनोज लिमये | बुधवार,जुलाई 6,2016
हमारे देश में हमने सारे क्षेत्रों में असीमित तरक्की की है। किंतु अपराध हो जाने के बाद पुलिस को कोसने का जहां तक प्रश्न ...
अस्पताल भ्रमण का रोमांच...
मनोज लिमये | शुक्रवार,जुलाई 1,2016
जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को यह सुअवसर(?) अवश्य प्राप्त हुआ होगा, जब वो या तो किसी परिचित मरीज का कुशल क्षेम पूछने ...
ज्योतिषी और मैं...
मनोज लिमये | सोमवार,जून 27,2016
प्रातः समाचार पत्र हाथ में था। ज्योतिषियों के अनुसार आज मेरा अनिष्ट होना तय था। तभी परम मित्र मालवी जी द्वार पर अनचाहे ...
ओ मानस के राजहंस…
मनोज लिमये | रविवार,जून 26,2016
'भेज रहे हैं स्नेह निमंत्रण प्रियवर तुम्हे बुलाने को, ओ मानस के राजहंस तुम भूल न जाना आने को'। इन स्नेह युक्त गुलकंद ...