'गोलाइयां' दिखाकर गहराइयां नहीं मापी जा सकतीं
गिरीश उपाध्याय | रविवार,फ़रवरी 20,2022
किसी भी फिल्म को देखकर उसके बारे में दो तरह से लिखा जा सकता है। एक तो फटाफट फर्स्ट डे फर्स्ट शो वाले अंदाज में, ...
अंतिम इच्छा बताती है, कौन और क्या थे अनिल माधव दवे
गिरीश उपाध्याय | गुरुवार,मई 18,2017
अनिल दवे को जानने से पहले जरा उनकी अंतिम इच्छाओं के बारे में जान लीजिए... ये इच्छाएं उन्होंने 23 जुलाई 2012 को यानी ...
अब कहां है अरुंधती रॉय और जेएनयू के क्रांतिवीर
गिरीश उपाध्याय | शनिवार,सितम्बर 3,2016
चारों तरफ सन्नाटा है। आजादी के दीवानों को सांप सूघ गया है। सारी जबानों पर ताले लटक गए हैं। सारे चूहे बिलों में जा छिपे ...
अलबर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों नहीं आता...
गिरीश उपाध्याय | सोमवार,अगस्त 8,2016
आप सोच रहे होंगे कि मैंने शीर्षक शायद कुछ गलत लिख दिया है, क्योंकि सही शीर्षक तो 'अलबर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता ...
मिशन इंदधनुष बना टीकाकरण का जनअभियान
गिरीश उपाध्याय | मंगलवार,दिसंबर 15,2015
भोपाल। मध्यप्रदेश में मिशन इंद्रधनुष के दूसरे चरण में व्यापक जनभागीदारी के कारण बच्चों के इस विशेष समग्र टीकाकरण अभियान ...
भाजपा के लिए संजीवनी है झाबुआ की हार
गिरीश उपाध्याय | मंगलवार,नवंबर 24,2015
मध्यप्रदेश के मतदाता बहुत चतुर सुजान निकले। उन्होंने रतलाम-झाबुआ लोकसभा और देवास विधानसभा के ताजा उपचुनाव में कांग्रेस ...
शिक्षकों का पेट और बयानों के चने-फुटाने
गिरीश उपाध्याय | मंगलवार,सितम्बर 29,2015
हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यासकार श्रीलाल शुक्ल ने अपनी सार्वकालिक रचना ‘राग दरबारी’ में शिक्षा प्रणाली को लेकर बहुत ही ...
कभी उनकी नींद भी तो उड़ाइए
गिरीश उपाध्याय | रविवार,सितम्बर 13,2015
मैं जो लिखने जा रहा हूं, पहले ही बता दूं कि उसमें कोई नई बात नहीं है। मामला वही है जो बरसों से चला आ रहा है, वही पहले ...
जिंदगी का सबब है जोड़ी नंबर वन
गिरीश उपाध्याय | बुधवार,अगस्त 5,2015
एक हिन्दी फिल्म का मशहूर डॉयलॉग है-‘एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू...’ बच्चों की जिंदगी में यही डॉयलॉग ...
रोई होगी हरियाली, बुच के जाने पर
गिरीश उपाध्याय | रविवार,जून 7,2015
अपने हरे-भरे वातावरण के लिए देशभर में पहचाने जाने वाले भोपाल की हरियाली आज कुछ ज्यादा ही नम होगी। 40 डिग्री से अधिक के ...