भारतीय लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही असमंजस में हैं!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,नवंबर 9,2024
Indian democracy: लोकतंत्र एक पक्षीय या एक दलीय नहीं हो सकता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की सामान्य न्यूनतम निरंतर ...
आठ अरब मनुष्य यानी आठ अरब विचार शैली और स्वभाव!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | गुरुवार,अक्टूबर 17,2024
मनुष्य को जन्म के साथ ही मनुष्य शरीर को आकार मिलता है।पर मनुष्य का आकार,आचार, विचार और स्वभाव अपने आप में मनुष्यता का ...
लगातार गुस्सा या तनावपूर्ण मनःस्थिति को त्यागना काल धर्म है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,सितम्बर 21,2024
Mental stress: गुस्सा या तनाव क्षणिक हो तो उसे लहरों की तरह मन में आई क्षणिक स्थिति ही मनोविज्ञान में मानी जाती है। ...
क्षण और अनंत काल्पनिक गणना के दो बिन्दु है!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | मंगलवार,सितम्बर 3,2024
मनुष्य की अवधारणाएं गजब की है। अवधारणाओं का जन्म कल्पना करने की मानवीय क्षमता से हुआ है। मानवीय क्षमता के दो आयाम हैं। ...
भारतीय आबादी में तरुणाई की बहुलता और भविष्य की दिशा
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | गुरुवार,अगस्त 29,2024
Young population in India: भारत सभ्यता, संस्कृति, पारिवारिकता और दर्शन के संदर्भ में बहुत प्राचीन समय से अपनी मौलिक समझ ...
मौन, शब्द से व्यापक अभिव्यक्ति है!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | मंगलवार,जुलाई 30,2024
मौन का विस्तार अनंत है या यह भी कहा जा सकता हैं कि मौन की व्यापकता सीमा से परे होकर मौन पूर्णत: असीम है। मौन ध्वनि ...
भारत सबका सब भारत के!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,जून 8,2024
Lok Sabha Elections 2024: दो हजार 24 के लोकसभा चुनाव परिणाम में जो जनादेश आया है वह भारत के आम मतदाताओं की अनोखी ...
मत विभाजन का रुकना 2024 में महत्वपूर्ण निर्णायक मुद्दा है!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,मई 25,2024
Lok Sabha Elections 2024: भारतीय चुनाव सीधे-सीधे केवल अंक गणित की तरह नहीं होता है। भारतीय चुनाव में एक पक्षीय चुनाव ...
राजनीति महज वोटों का जुगाड़ नहीं है
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | शनिवार,मई 4,2024
Indian Politics: लोकतांत्रिक राजनीति का अर्थ किसी भी तरह से वोट का जुगाड करना हो गया है। इसका नतीजा यह हुआ कि समाज और ...
तीस जनवरी, हे राम, साकार गांधी निराकार गांधी!
अनिल त्रिवेदी (एडवोकेट) | सोमवार,जनवरी 29,2024
Mahatma Gandhi Death Anniversary: बिड़ला भवन दिल्ली में 30 जनवरी 1948 की शाम संध्याकालीन प्रार्थना पर निकले साकार गांधी ...