world museum day : मध्यप्रदेश की विरासत 'ट्राइबल म्यूजियम', देश का अनूठा संग्रहालय
डॉ. किसलय पंचोली | गुरुवार,मई 18,2023
दरअसल भारत के स्वतंत्र होने के पश्चात, सन 1950 में भाषावार प्रान्तों के गठन के दौरान अपने जन्म से ही मध्य प्रदेश, ...
इंदौर पर कविता : जय जय इंदौर
डॉ. किसलय पंचोली | शुक्रवार,जनवरी 27,2023
मेरा, तेरा, अपना, सबका;
यह है इंदौर, जय जय इंदौर!
1) सुहानी जलवायु औ मालव माटी में,
बो धीरज, आशा, सहनशीलता या ...
ना भाषण, ना नारे, इन रचनात्मक सुझावों से पर्यावरण सुधारें
डॉ. किसलय पंचोली | शुक्रवार,जून 4,2021
बचे हुए प्राकृतिक जंगलों को , उनकी सरहदों पर कंटीले तारों की बागड़ से घेरा जा सकता है। पेड़ों के छोटे से छोटे झुरमुट को ...
Environment Day 2020 : पर्यावरण सुधार के असरकारी उपाय
डॉ. किसलय पंचोली | गुरुवार,जून 4,2020
हम में से हर कोई अपने दिमाग से कोई न कोई उपाय सोच कर धरती के क्षति ग्रस्त पर्यावरण को दुरुस्त करने में सहभागी बन पुण्य ...
हिंदी कविता : प्रकृति धर्म
डॉ. किसलय पंचोली | शुक्रवार,मई 22,2020
फूट उठतीं आम के फेंकी हुई गुठलियाँ
World Biodiversity Day : जैव विविधता दिवस, लॉकडाउन और हमारा प्रकृति धर्म
डॉ. किसलय पंचोली | शुक्रवार,मई 22,2020
22 मई को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस है। सन् 1993 जब से जैव विविधता पर अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाना तय हुआ तब से अब ...
mother's day poem : मां, मैं खुश होती हूं
डॉ. किसलय पंचोली | रविवार,मई 10,2020
मां मैं खुश होती हूं
जब बनाती हूं
बची हुई रोटियों से रोटी पिज़्ज़ा!
या जब काट लेती हूं
पुरानी कढ़ाई वाली चुन्नी ...
life in the times of corona : आपदा में आशीर्वाद, चहकती चिड़ियों का कलरव
डॉ. किसलय पंचोली | सोमवार,मार्च 30,2020
भी जब मैं बगीचे के लान में बैठी यह पंक्तियां लिख रही हूं और मानव चलित गाड़ियां और लाउडस्पीकरों से ध्वनि प्रदूषण नगण्य ...
21 days : लॉकडाउन के बाद आएंगे ये बदलाव, 21 काम की बातें
डॉ. किसलय पंचोली | रविवार,मार्च 29,2020
दुनिया में जो आता है वह जाता भी है। जो बंद होता है वह खुलता भी है। कोरोना वायरस आया है। वह जाएगा भी। लॉकडाउन हुआ है। वह ...
मकर संक्रांति पर कविता : मुस्कुराती पतंग
डॉ. किसलय पंचोली | बुधवार,जनवरी 15,2020
वह पहली
छत के दरवाजे की चौखट थामे
मांगती रही सदा
उसके हिस्से का आकाश
उड़ाने के लिए अपनी पतंग!
फकत मांगने ...