एक देश, जहाँ गुरु पूजने की सदियों पुरानी यशस्वी परंपरा रही हो। एक देश, जहाँ कवि इस असंमजस में रहें कि गुरु-गोविन्द दोनों सामने खड़े हैं, मैं किसके पैर लगूँ, गुरु की महिमा गोविन्द के सामने इसलिए बड़ी है क्योंकि गुरु ने ही तो गोविन्द तक पहुँचने का ...