समाप्त कर दी गई प्रेरकों की संविदा, एक झटके में हुए बेरोजगार
रामजी मिश्र 'मित्र' | शुक्रवार,अक्टूबर 6,2017
सरकार से परमानेंट होने की उम्मीद लगाए प्रेरकों को 27 सितंबर के सरकारी आदेश के बाद बड़ा झटका लगा है। 27 सितंबर 2017 को ...
कहानी : माहौल की सीख...
रामजी मिश्र 'मित्र' | शनिवार,दिसंबर 17,2016
किसी शहर में जगन नाम के एक व्यक्ति का छोटा-सा परिवार था। जगन अपनी पत्नी और छोटे-से बच्चे के साथ बड़े ऐश और आराम के साथ ...
ये बात है उन दीवानों की, आजादी के परवानों की
रामजी मिश्र 'मित्र' | शुक्रवार,अगस्त 12,2016
स्वतंत्रता से प्यार किसे नहीं होता। भारत ने भले ही परतंत्रता का दंश झेला हो, लेकिन उस परतंत्रता में भारतमाता को ...
'भूतनाथ' से परेशान थे अंग्रेज...
रामजी मिश्र 'मित्र' | शनिवार,दिसंबर 26,2015
'भूत' का नाम सुनकर ही अच्छे अच्छों की बोलती बंद हो जाती है। आजादी के समय भी 'भूतनाथ' ने खूब कोहराम मचा रखा था। इस ...
कविता : श्रृंगार पथिक (वियोग श्रृंगार)
रामजी मिश्र 'मित्र' | सोमवार,जुलाई 6,2015
ये प्यार की विधाएं समझे नहीं समझता, कब अश्रु जल बरसता, कब प्रेम रस सरसता। अब तो हुआ हूं बेसुध बिलकुल नहीं सम्हलता,
कब ...
कहानी : मेरी छात्रा
रामजी मिश्र 'मित्र' | शनिवार,जुलाई 4,2015
बात पुरानी हो चली है। उन्नीस सौ चौहत्तर ईसवीं में कठिघरा नाम के गांव में एक नई शिक्षिका आई। हमेशा वह समय से विद्यालय ...
रमाकांत पाण्डेय 'अकेले' : भीड़ से अलग एक साहित्यकार
रामजी मिश्र 'मित्र' | सोमवार,मई 18,2015
रमाकान्त पाण्डेय अकेले के अब तक सोलह उपन्यास प्रकाशित हो चुके हैं। इनमें से अधिकाँश साहित्यागार जयपुर से प्रकाशित हुए ...
कहानी : वह बर्बाद हो गई
रामजी मिश्र 'मित्र' | बुधवार,मई 13,2015
किही शादी के बाद घर में पहली बार बिदा होकर आई है। सारी सखियां उसे घेर-घेरकर छेड़ रही हैं। किही एक अद्वितीय सुंदरी है और ...
कहानी : डोने बाबा का प्रदर्शन
रामजी मिश्र 'मित्र' | मंगलवार,मई 5,2015
नीनी लगभग 7 साल की हो आई है। डोने बाबा ने नीनी को आया देखा तो उससे बड़े प्यार से कहा आ गई हो, खेलो। नीनी खेलने लगी। डोने ...
लघुकथा : मजदूर दर्द गाथा
रामजी मिश्र 'मित्र' | शनिवार,मई 2,2015
सात सिंघ बड़े अधिकारी हैं। इन दिनों उन्हें साहित्य लिखने का शौक चढ़ गया। अब साहब का लिखा साहित्य था, सो दूर-दूर तक नाम से ...