कविता : ईद पर गले मिलते हिन्दी-उर्दू
राजीव रत्न पाराशर | शुक्रवार,जून 22,2018
चन्द्रमा के दर्शन पर, इफ्तार के आमंत्रण पर। तज़रीद के आवरण में, ज़ुहाद के वातावरण में।
श्री गणेश पर रचना : नमामि त्वम् विनायकम्
राजीव रत्न पाराशर | गुरुवार,सितम्बर 8,2016
भू-गणेश भुव: गणेश, गणेश तत्सवितुर हैं,
अथ गणेश इति गणेश, गणेश कालचक्रधुर हैं।
सत् गणेश चित गणेश, गणेश ही आनंद ...