सार्वभौमिक होते हैं ‘नुगरा व्यक्ति, नुगरे लोग’
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शनिवार,अगस्त 5,2023
‘नुगरा व्यक्ति, नुगरे लोग’ सार्वभौमिक होते है। ये देश, जाति, धर्म, लिंग, अपने-पराये की सीमा से परे होते हैं। संवेदना, ...
मणिपुर की घटना पर हिन्दी कविता : ओ बेशर्म दरिंदे
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शुक्रवार,जुलाई 21,2023
ओ बेशर्म दरिंदे
तुमने
देह के दर्शन कर लिए हैं
दानवी वृत्ति ने
खुश कर दिया हो तो
सुनाना दहलाने वाली कहानियां ...
मानवता की सेवा करने वाली यह बेटी मिसाल और मशाल है
डॉ. छाया मंगल मिश्र | गुरुवार,जुलाई 13,2023
भाग्यश्री, नाम तो उस गुड़िया सी दिखने वाली लड़की का है, पर अनुभूति अपने को होती है जब वो आपके द्वार पर जाने-माने लोक ...
सावन के झूले : यादों में पेंग भरता अतीत का झूला-हिंडोला
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शनिवार,जुलाई 8,2023
झूले का आनंद किसी धन/धर्म का मोहताज नहीं है। गरीब हो या अमीर सभी एक सामान आनंद उठा सकते हैं। विशाल पेड़ों या बूढ़े बरगद ...
6 अनोखे और दिलचस्प संग्रहालय : प्राचीन दस्तावेजों और वस्तुओं का खजाना
डॉ. छाया मंगल मिश्र | गुरुवार,मई 18,2023
आज भी भारत में ऐसे अनेक संग्रहालय हैं जिनका दौरा किये बिना भारत की सांस्कृतिक इतिहास या संस्कृति की जानकारी अधूरी ही ...
Result का मौसम : विकल्प भी जिंदगी बना देते हैं
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शनिवार,मई 13,2023
रिजल्ट्स का मौसम आया। जैसे मरने जीने का प्रश्न हो गया। सब कुछ शुरू या खत्म। जबकि जिंदगी में 'विकल्प' हमेशा हाजिर होते ...
ये सड़क पर गाड़ी चलाती, भागती- दौड़ती औरतें...
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शनिवार,मई 6,2023
बेचारी औरतें भागम-भाग करतीं, बच्चे संभालती, घर के बुजुर्गों का टाइम पर दवा-गोलियों का ध्यान, खाने-पीने की जिम्मेदारियों ...
मेरा यार बना है 'बेचारा' दूल्हा....
डॉ. छाया मंगल मिश्र | सोमवार,मई 1,2023
कितना घातक है ये शोर! कोई समझने ही तैयार ही नहीं। उससे भी घातक है बेसुरे और बेताले नाचने-गाने वालों का शोर-शराबा। कोई ...
लेना-देना या व्यवहार, जी का जंजाल...
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शनिवार,अप्रैल 29,2023
लेन-देन व्यवहार कई बार क्लेश का कारण भी बन जाता है और यह संबंधों को जोड़ने और तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है। ...
टूटते समाज, बिखरती परंपराएं, सिसकते रीति-रिवाज...
डॉ. छाया मंगल मिश्र | शनिवार,अप्रैल 29,2023
विवाह का कोई एक मुहूर्त का दिन निश्चित करके उस दिन सिर्फ और सिर्फ विवाह से संबंधित रीति-रिवाज होने चाहिए जिसमें ...