Candidate Name |
बाबा बालकनाथ |
State |
राजस्थान |
Party |
BJP |
Constituency |
तिजारा |
Candidate Current Position |
MP |
Baba Balaknath hindi profile : अलवर के सांसद महंत बालक नाथ (Baba Balaknath) की इन दिनों राजस्थान की राजनीति में काफी चर्चाएं हैं। भाजपा (BJP) की पहली लिस्ट में जिन 7 सांसदों को मैदान में उतारा गया है, उनमें अलवर सांसद बाबा बालकनाथ का नाम भी शामिल है।
बाबा बालकनाथ को राजस्थान का 'योगी' बताया जा रहा है। भाजपा ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया और विधानसभा अलवर की तिजारा विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा रही है।
वर्तमान में महंत बालकनाथ योगी 8वीं शताब्दी में स्थापित हरियाणा के रोहतक में 150 एकड़ भूमि में फैले हुए बाबा मस्तनाथ मठ के मठाधीश और बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी है।
हालांकि 2018 के चुनावों में इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे, इसलिए सीट की चुनौती उनके लिए आसान नहीं रहेगी।
राजनीतिक विवरण : बाबा बालकनाथ 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद के रूप में चुने गए। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को हराया। महंत बाबा बालकनाथ ओबीसी वर्ग से आते हैं।
बाबा बालकनाथ मस्तनाथ मठ के 8वें महंत हैं। इन्हें महंत चांद नाथ योगी ने 2013 में अपना उत्तराधिकारी बनाया था। राजनीतिक गलियारों में ये चर्चाएं भी हैं कि अगर भाजपा को राजस्तान की सत्ता हासिल होती है तो क्या एक 'योगी' ताजपोशी होगी।
तेजतर्रार छवि : राजस्थान में अलवर सांसद बाबा बालकनाथ को योगी आदित्यनाथ का दूसरा रूप माना जाता है। इस कारण उन्हें 'राजस्थान का योगी' भी कहा जाता है।
बालक नाथ योगी आदित्यनाथ की तरह अपने आक्रामक तेवर के कारण जाने जाते हैं। महंत बालकनाथ का डीएसपी को धमकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
दरअसल, डीएसपी ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था। इस पर उन्होंने थाने में घुसकर डीएसपी को धमकी देते हुए कहा कि 'मेरा नाम याद रखना। तीन लोग मेरी लिस्ट में हैं। एक यहां का विधायक, दूसरा पुराना SHO, अब तुम मेरी लिस्ट में हो।
छोटी उम्र में ही संन्यास : अलवर जिले के बहरोड़ तहसील के कोहराना गांव में 16 अप्रैल 1984 को किसान परिवार में उर्मिला देवी व सुभाष यादव के यहां गुरुवार को महंत बालकनाथ योगी का जन्म हुआ। बालकनाथ ने साढ़े 6 साल की उम्र में ही सन्यास ले लिया और अपना घर छोड़कर आश्रम चले गए।
योगी की उपस्थिति में बने उत्तराधिकारी : ब्रह्मलीन महंत चांदनाथ योगी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व योगगुरु बाबा रामदेव और देश भर के प्रमुख संतों की उपस्थिति में गुरुमुख महंत बालकनाथ योगी को अस्थल बोहर का 8वां उत्तराधिकारी 29 जुलाई 2016 को घोषित किया गया।
महंत चांदनाथ योगी 17 सितंबर 2017 को गम्भीर बीमारी के कारण ब्रह्मलीन हुए। इसके बाद महंत बालकनाथ योगी ने अस्थल बोहर के मठाधीश के रूप में नाथ सम्प्रदाय के सबसे बड़े मठ का दायित्व 8वें मठाधीश के रूप में संभाला।