| Candidate Name |
अनंत सिंह |
| State |
Bihar |
| Party |
NDA |
| Constituency |
मोकामा |
| Candidate Current Position |
Former MLA |
अनंत सिंह का नाम बिहार की राजनीति में शक्ति, डर और दबदबे के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत जदयू (जनता दल यूनाइटेड) से की और नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे। अनंत सिंह को 'छोटे सरकार' के नाम जाना जाता है। 2005 में अनंत सिंह यहां से चुनाव जीते। मोकामा विधानसभा से वे लगातार तीन बार विधायक चुने गए। बाद में जदयू से मतभेद के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
मोकामा विधानसभा चुनाव में इस बार जनता दल यू के उम्मीदवार अनंत सिंह का मुकाबला पूर्व सांसद सूरजभान की पत्नी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) उम्मीदवार वीणा देवी से है। 2000 के बाद दोनों परिवारों के बीच हो रहा यह मुकाबला कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनकी दबंग छवि, अनोखी बोलने की शैली और गांव-जमीनी जुड़ाव ने उन्हें बिहार के सबसे चर्चित नेताओं में शामिल कर दिया है।
बाहुबली नेता के रूप में पहचान
अनंत सिंह को बिहार का बाहुबली नेता कहा जाता है। अनंत सिंह को RJD नेता और जनसुराज कैंडिडेट के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले भी वह 2015 में जेल से चुनाव लड़कर जीत चुके हैं। अनंत सिंह पर हत्या, अपहरण, धमकी, रंगदारी और हथियार रखने जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2019 में उनके घर से एके-47 और ग्रेनेड बरामद होने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। इसके बावजूद वे चुनाव जीतने में सफल रहे और जनता के बीच उनकी पकड़ बरकरार रही।
मोकामा विधानसभा का गणित
मोकामा विधानसभा क्षेत्र अनंत सिंह का गढ़ रहा है। 2005 और 2010 के विधानसभा चुनावों में अनंत सिंह JDU के नेता के रूप में इस सीट से जीते थे। 2015 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और फिर से जीत हासिल की। 2020 में वे RJD में शामिल हो गए और मोकामा से फिर से जीत हासिल की। 2022 में एक आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अनंत सिंह को बिहार विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में उनकी पत्नी नीलम देवी को उपचुनाव में उतारा गया, जिन्होंने जीत भी हासिल की।