अवश्य पढ़ें गीता के मुख्य विचारों का सारांश-9
अनिल विद्यालंकार | बुधवार,नवंबर 23,2016
गीता में कुल 700 श्लोक हैं। इनमें से हमने सबसे प्रमुख विषयों पर 150 श्लोकों का यहां चयन किया है। प्रत्येक विषय पर ...
वेद का पावन मंत्र और अर्थ...
अनिल विद्यालंकार | बुधवार,नवंबर 23,2016
आप देखेंगे कि जिसे भारतीय चिंतन कहा जाता है, उसका प्रारंभ वेदों के समय में ही हो गया था। सबसे पहले हम 'वेद में ...
गीता सार : शांति और प्रसन्नता - 11
अनिल विद्यालंकार | बुधवार,नवंबर 23,2016
मनुष्य स्वाभाविक रूप से सुख को पाना और दु:ख से बचना चाहता है। मनुष्य को सुख तब मिलता है, जब उसकी इन्द्रियों का संपर्क ...
गीता सार : समत्वभाव- 13
अनिल विद्यालंकार | बुधवार,नवंबर 23,2016
जब तक मनुष्य केवल सुख की तलाश में लगा है उसके जीवन में संघर्ष और दु:ख रहेंगे ही। शांति और प्रसन्नता का जीवन बिताने का ...
गीता सार : काम, क्रोध और लोभ- 12
अनिल विद्यालंकार | बुधवार,नवंबर 23,2016
इच्छा करना मनुष्य के लिए बहुत स्वाभाविक है। वास्तव में बिना इच्छा के जीवन चल ही नहीं सकता। ज्ञानी मनुष्य भी भूख लगने पर ...