शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. Soumya Swaminathan, Indian chess star, Chase Tournament Iran
Written By
Last Modified: बुधवार, 13 जून 2018 (12:24 IST)

भारतीय चेस स्टार सौम्या ने हिजाब पहनने से किया इनकार, कहा जबरदस्ती कोई नहीं पहना सकता

भारतीय चेस स्टार सौम्या ने हिजाब पहनने से किया इनकार, कहा जबरदस्ती कोई नहीं पहना सकता - Soumya Swaminathan, Indian chess star, Chase Tournament Iran
मुस्लिम देश ईरान में हिजाब पहनने की अनिवार्यता पर विरोध जताते हुए भारत की चेस प्लेयर सौम्या स्वामीनाथन ने अगले महीने ईरान में होने वाले चेस टूर्नामेंट से खुद को बाहर कर लिया है। सौम्या ने इसे अपनी आजादी और धर्म के अधिकार का भी हनन बताया। ये चेस टूर्नामेंट ईरान में 26 जुलाई से 4 अगस्त के बीच होने वाला है।


खबरों के मुताबिक, फेसबुक पर पोस्ट करते हुए चेस स्टार सौम्या ने लिखा मुझे जबरदस्ती हिजाब पहनने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करना मेरे मानवाधिकार का उल्लंघन है। इसके साथ ही मेरे बोलने, सोचने और धर्म को मानने के अधिकारों का भी उल्लंघन हो रहा है।

सौम्या ने कहा कि हिजाब पहने की जबरदस्ती उनके मानवाधिकारों के खिलाफ है। साथ ही सौम्या ने इसे अपनी आजादी और धर्म के अधिकार का भी हनन बताया। ये चेस टूर्नामेंट ईरान में 26 जुलाई से 4 अगस्त के बीच होने वाला है।

सौम्या ने कहा, अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए मुझे ईरान नहीं जाना चाहिए। सौम्या ने कहा कि ऑफिशियल चैम्पियनशिप का आयोजन करते हुए खिलाड़ियों के अधिकारों का बहुत कम ध्यान रखा जाता है।

सौम्या ने कहा, मैं समझ सकती हूं कि आयोजक चाहते हैं कि खिलाड़ी किसी भी चैम्पियनशिप में अपने देश की औपचारिक यूनिफॉर्म के साथ ही देश का प्रतिनिधित्व करें, लेकिन इस तरह से किसी धर्म से जुड़ी पोशाक को जबरदस्ती पहनाने का कोई नियम नहीं है। सौम्या ने कहा कि उन्हें इतने अहम टूर्नामेंट में हिस्सा न ले पाने का बहुत दुख है। उन्होंने कहा कि कुछ बातों के लिए कॉम्प्रोमाइज़ नहीं करना चाहिए।

ऐसा पहली बार नहीं है जब कोई महिला खिलाड़ी ईरान में होने वाले टूर्नामेंट से हिजाब पहनने की मजबूरी की वजह से बाहर निकली हो। इससे पहले भी 2016 में भारत की पिस्टल शूटर हिना सिंधू ने ईरान में होने वाले एशियन एयरगन शूटिंग चैम्पियनशिप से अपने आप को अलग कर लिया था।
ये भी पढ़ें
FIFA WC 2018: 40 साल से एक जीत का इंतजार कर रहा है यह देश