ग्रीन कॉफी के गंभीर नुकसान भी जान लीजिए
समय के साथ-साथ चाय या कॉफी को सिर्फ स्वाद और ताजगी के अलावा सेहत से जोड़कर भी देखा जाने लगा है। चाय के अलग-अलग फ्लेवर्स के अलावा अब ग्रीन टी, माचा चाय के बाद ग्रीन कॉफी का प्रचलन भी बढ़ रहा है और विज्ञापनों में इसके फायदे भी गिनाए जा रहे हैं, जिसमें वजन घटाना सबसे बड़ा फायदा है। क्या है ग्रीन कॉफी और कितनी असरदार है, जानें यहां -
ग्रीन टी असल में कॉफी के कच्चे हरे बीज हैं जिनहें सेका नहीं जाता और इसी प्रकार सुखाकर उसका पाउडर बनाकर बेचा जाता है और हरे और कच्चे रंग रूप के कारण इसे ग्रीन कॉफी कहा जाता है।
ग्रीन कॉफी का प्रचार प्रसार भी अच्छा खासा किया जा रहा है जिसमें इसका सबसे बड़ा फायदा वजन का तेजी से घटना है। ग्रीन कॉफी के फायदों को बताते हुए जानकार यह भी कहते हैं कि यह सिकी हुई कॉफी से ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि कॉफी को सेंके जाने पर इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद लाभकारी तत्व नष्ट हो जाते हैं, लेकिन ग्रीन कॉफी में ये बरकरार रहते हैं।
हालांकि इस पर हुए शोध यह साबित करते हैं कि ग्रीन कॉफी तेजी से वजन कम करने में कारगर हो सकती है और इसे पी ने वाले लोगों का वजन ग्रीन कॉफी न पीने वालों की तूलना में 7 से 10 किलो तक कम हो सकता है। इसके अलावा इसमें उच्च रक्तचाप को कम करने के तत्व भी मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद नुकसानों को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
ग्रीन कॉफी का सेवन फायदों के साथ-साथ सेहत से जुड़े कूछ जोखिम भी दे सकता है। जानिए कौन से हो सकते हैं वे जोखिम -
1 इसका सीमित सेवन शायद नुकसान न पहुंचाए, लेकिन थोड़ी भी अधिक मात्रा लेने पर यह आपको पेट की खराबी या उससे जुड़ी अन्य समस्या हो सकती है।
2 सिर में दर्द होना या फिर एंजीयटी भी इसके कुछ नुकसानों में शामिल है लेकिन जरूरी नहीं यह बात सभी पर लागू हो।
3 ग्लूकोमा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, ऑस्टियोपोरोसिस, ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स आदि समस्याओं से जूझ रहे लोगों में यह नुकसानदायक साबित हो सकती है जिसकी असली वजन इसमें मौजूद कैफीन है।