मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में इस साल बढ़ोतरी के संकेत और विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी आईटीसी लिमिटेड तथा अन्य कंपनियों के तिमाही परिणाम उम्मीद के अनुकूल नहीं रहने से हतोत्साहित विदेशी निवेशकों की चौतरफा बिकवाली से सोमवार को शेयर बाजार 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ।
बीएसई का सेंसेक्स 313.62 अंक अर्थात 1.12 प्रतिशत लुढ़ककर 29,643.88 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 88.70 अंक यानी 1.05 प्रतिशत टूटकर 8,400 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 8,370.25 अंक पर रहा।
फेड रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट एलेन ने कहा है कि अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के संकेत मिले तो इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इससे भारतीय बाजार में निवेशकों की निवेश धारणा कमजोर हुई है और बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई।
साथ ही आईटीसी लिमिटेड का एकल शुद्ध मुनाफा 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में बाजार की उम्मीदों के विपरीत महज 3.65 प्रतिशत बढ़ने से भी बाजार पर दबाव देखा गया, वहीं केनरा बैंक का मुनाफा भी महज 0.34 प्रतिशत बढ़ा जबकि एनपीए में तेज बढ़ोतरी रही।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स करीब 64 अंक गिरकर खुला, लेकिन लिवाली के बल पर थोड़ी देर बाद ही यह 27,903.29 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इसके बाद हुई चौतरफा बिकवाली के दबाव में यह कारोबार के आखिरी घंटे तक 27,614.32 अंक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़क गया।
उतार-चढ़ाव से गुजरता हुआ अंत में पिछले दिवस के 27,957.50 अंक के मुकाबले 313.62 अंक की भारी गिरावट के साथ 27,643.88 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की शुरुआत भी कमजोर रही और यह करीब 20 अंक फिसलकर 8,438.15 अंक पर खुला, हालांकि कुछ देर बाद लिवाली के जोर पर 8,441.95 अंक के उच्चतम स्तर को छूने में सफल रहा।
बीच सत्र बाद बिकवाली शुरू हुई और आखिरी कारोबारी घंटे में यह 8,364.15 अंक के न्यूनतम स्तर पर आ गया। अंत में गत दिवस के 8,458.95 अंक की तुलना में 88.70 अंक टूटकर 8,370.25 अंक पर रहा।
बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में भी बिकवाली देखी गई। मिडकैप 0.08 प्रतिशत उतरकर 10,611.11 अंक पर और स्मॉलकैप 0.22 प्रतिशत गिरकर 11,183.38 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2794 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1149 फायदे में और 1531 नुकसान में रहे, जबकि 114 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
विदेशी बाजारों में तेजी रही। ब्रिटेन का एफटीएसई अवकाश के कारण सोमवार को बंद रहा। जापान का निक्केई 0.74 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.10 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसैंग 1.70 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 3.35 प्रतिशत मजबूत रहा।
इस दौरान तेल एवं गैस समूह के शेयरों की 0.13 प्रतिशत की बढ़त को छोड़कर बिकवाली के दबाव में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, पॉवर, ऑटो, टेक, रियल्टी, हेल्थकेयर, बैंकिंग, आईटी, कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी और धातु समूह के शेयर 0.11 प्रतिशत से 1.70 प्रतिशत तक टूटे।
सेंसेक्स की 30 में से 26 कंपनियों के शेयरों को बिकवाली की मार पड़ी और सबसे अधिक 3.59 प्रतिशत का नुकसान वेदांता लिमिटेड को उठाना पड़ा, साथ ही आईटीसी 3.29 प्रतिशत, एचडीएफसी 2.70 प्रतिशत, टाटा स्टील 2.58 प्रतिशत, गेल 2.50 प्रतिशत, सिप्ला में भी 2.08 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
इनके अलावा सन फार्मा, भेल, एचडीएफसी बैंक, बजाज ऑटो, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, हीरो मोटोकॉर्प, टीसीएस, एनटीपीसी, रिलायंस, इंफोसिस, टाटा पॉवर, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, कोल इंडिया, एलएंडटी, ऐक्सिस बैंक, हिन्डाल्को, रेड्डीज लैब, एसबीआई और टाटा मोटर्स के शेयर भी 0.13 प्रतिशत से 1.82 प्रतिशत तक कमजोर रहे।
मुनाफा कमाने वाली कंपनियों में ओएनजीसी 2.12 प्रतिशत, भारती एयरटेल 1.25 प्रतिशत, विप्रो 0.41 प्रतिशत और महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.20 प्रतिशत शामिल रहीं। (वार्ता)