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Last Modified: सोमवार, 24 जून 2024 (12:37 IST)

मोदी ने किया आपातकाल का जिक्र, विपक्ष से की अच्छे काम की उम्मीद

Narendra Modi
First session of 18th Lok Sabha: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत के अवसर पर संसद परिसर में आपातकाल लोकतंत्र पर काला धब्बा था। देश की नई पीढ़ी इस दिन को कभी नहीं भूल सकती। उन्होंने कहा कि 25 जून को आपातकाल की 50वीं बरसी है और हम इस दिन संकल्प लेंगे कि संविधान में दिए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक देशवासियों के सपनों को पूरा करेंगे। 
 
25 जून नहीं भूलने वाला दिन : मोदी ने कहा कि हमें भरोसा है कि विपक्ष के नेता लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखेंगे और जनता के मुद्दों को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि कल 25 जून है। आज से 50 साल पहले 1975 में आपातकाल लगाया गया था। भारत के लोकतंत्र और संविधान में निष्ठा रखने वालों के लिए 25 जून नहीं भूलने वाला दिन है। इस दिन संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था। लोकतंत्र को दबोचा गया था और देश को ही जेल बना दिया गया था। ALSO READ: International Yoga Day : PM मोदी बोले, योग बन गया है एक-दूसरे को जोड़ने वाली शक्ति
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की नई पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि उस समय कैसे देश के संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था, देश को जेल खाना बना दिया गया था और लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था। उन्होंने कहा कि आपातकाल के ये 50 साल इस संकल्प के हैं। गौरव के साथ हमारे संविधान की रक्षा करते हुए, भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए, देशवासी ये संकल्प करेंगे कि भारत में फिर कभी कोई ऐसी हिम्मत नहीं करेगा जो 50 साल पहले की गई थी और लोकतंत्र पर काला धब्बा लगा दिया गया था।
 
हम संकल्प लेंगे : देश में 25 जून, 1975 को आपातकाल घोषित किया गया था और यह 21 मार्च, 1977 तक जारी रहा। इस अवधि को नागरिक स्वतंत्रता के निर्मम दमन के तौर पर देखा जाता है। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के इस कदम का विरोध करने वाले नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपाताल की 50वीं बरसी के मौके पर मंगलवार को ‘हम संकल्प करेंगे जीवंत लोकतंत्र का, और भारत के संविधान में निर्दिष्ट दिशा-निर्देशों के अनुसार जन सामान्य के सपनों को पूरा करने का’। ALSO READ: यह लोकसभा अलग दिखने वाली है, मोदीजी! सब कुछ बदलना पड़ेगा!
 
राजग की महान विजय : लोकसभा चुनाव के नतीजों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि भारत के संविधान के निर्दिष्ट दिशा-निर्देशों के अनुसार जन सामान्य के सपनों को पूरा करने के लिए देश की जनता ने राजग को लगातार तीसरी बार मौका दिया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही महान विजय है। बहुत ही भव्य विजय है। हमें तीसरी बार मौका दिया गया है। दो बार सरकार चलाने का अनुभव हमारे साथ जुड़ा है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि हमारे तीसरे कार्यकाल में हम पहले से तीन गुना ज्यादा मेहनत करेंगे। हम परिणामों को भी तीन गुना लाकर के रहेंगे। इस संकल्प के साथ हम इस नए कार्यभार को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
 
18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। पहले और दूसरे दिन नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा। बुधवार को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। राज्यसभा का सत्र बृहस्पतिवार से शुरू होगा। संसद का यह सत्र 3 जुलाई तक प्रस्तावित है।
 
पीएम के संदेश में नया कुछ नहीं : कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद से बाहर देश के नाम संदेश दिया और उन्होंने सिर्फ विषय से ध्यान भटकाने वाली बातें कीं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया कि 18वीं लोकसभा का कार्यकाल शुरू हो रहा है। इस अवसर पर जैसा कि सामान्य रूप से होता है, लोकसभा चुनाव में ज़बरदस्त व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करने वाले नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने संसद के बाहर 'देश के नाम संदेश' दिया।
 
उन्होंने आरोप लगाया कि अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कुछ भी नया नहीं कहा। हमेशा की तरह उन्होंने विषय से ध्यान भटकाने वाली बातें कहीं। उनकी बातों से ऐसा लगा ही नहीं कि वह सही मायने में जनादेश का अर्थ समझ रहे हैं - वह वाराणसी में भी संदिग्ध एवं संकीर्ण अंतर से जीते हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री पूरी तरह से बेनक़ाब हो चुके हैं। (एजेंसी/वेबदुनिया) 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
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