शनिवार, 27 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Congress expels Barkha Singh for anti-party activities
Written By
Last Modified: नई दिल्ली , शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017 (11:53 IST)

राहुल गांधी के खिलाफ बोला तो बरखा को कांग्रेस से निकाला

राहुल गांधी के खिलाफ बोला तो बरखा को कांग्रेस से निकाला - Congress expels Barkha Singh for anti-party activities
नई दिल्ली। दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह को दल विरोधी गतिविधियों के चलते पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
 
बरखा शुक्ला सिंह ने गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने कहा था कि वह पार्टी में बनी रहेंगी। उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनने के आरोप लगाए थे।
 
दिल्ली के तीनों निगमों के 23 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले बरखा के इस बयान को पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए आज छह साल के लिए दल से निष्कासित कर दिया गया। दिल्ली कांग्रेस की चार सदस्यीय अनुशासन समिति की सुबह हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके सुश्री सिंह को निष्कासित करने का फैसला लिया गया। समिति में दिल्ली के पूर्व मंत्री नरेन्द्र नाथ, पूर्व प्रदेश महिला अध्यक्ष आभा चौधरी, महमूद जिया और सुरेन्द्र कुमार शामिल हैं।
 
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष रहीं सुश्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अब बहुत फर्क है। एक साल से वह गांधी से मिलने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन आज तक मुलाकात का समय नहीं मिला। कांग्रेस को अलग विचारधारा की पार्टी बताते हुए बरखा ने कहा कि वह कांग्रेस नहीं छोड़ेंगी। कांग्रेस नेतृत्व कमजोर है, इस बात को पार्टी का हर छोटा बड़ा नेता कहता है पर किसी की सामने आकर बोलने की हिम्मत नहीं है।
 
गौरतलब है कि दिल्ली कांग्रेस के कद्दावर नेता और शीला सरकार में मंत्री रहे अरविंदरसिंह लवली ने भी मंगलवार को कांग्रेस नेतृत्व पर नगर निगम चुनावों में टिकटों की बिक्री का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। 
 
सुश्री सिंह ने आरोप लगाया कि दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए महिलाओं को पर्याप्त संख्या में टिकट नहीं दिए गए। इसकी शिकायत गांधी से भी की गई थी, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। 
 
उन्होंने कहा कि बहुत दुखी होकर मुझे यह कहना पड़ रहा है कि गांधी और माकन की अगुवाई में महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा के मसले पर केवल वोट बटोरने के लिए बात की जाती है। माकन ने न केवल मेरे साथ दुर्व्यवहार किया बल्कि महिला कांग्रेस की कई अन्य पदाधिकारियों के साथ भी ऐसा बर्ताव किया। यह बात जब गांधी के संज्ञान में लाई गई तो उन्होंने अनदेखी कर दी। (वार्ता)
ये भी पढ़ें
प्रशासनिक अधिकारियों से क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी...