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Last Updated : गुरुवार, 29 दिसंबर 2016 (14:39 IST)

चांद पर चीन का सीक्रेट प्लान, ऐसा तो अमेरिका भी न कर पाया था...

चांद पर चीन का सीक्रेट प्लान, ऐसा तो अमेरिका भी न कर पाया था... - China plans to explore the Dark side of Moon by 2018
अमेरिका चांद पर इंसान को उतारने वाला अकेला देश भले ही हो, चीन ने भी इस मामले में अमेरिका को टक्कर देने की तैयारी में कमर कस ली है। चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि वे चांद पर 2018 तक अपने देश का झंडा लगाने की तैयारी कर चुका है। यही नहीं चीन ने इस परियोजना में अमेरिका को भी पीछे छोड़ने की तैयारी कर ली है।

'स्पेस एक्टिविटीज ऑफ चाइना- 2016' नाम से जारी किए गए श्वेत पत्र में कहा गया है कि अगले 5 सालों में चीन अपने चंद्र अभियान (मून एक्सप्लोरेशन) को जारी रखेगा।

उल्लेखनीय है कि ऐसा करने से चीन चंद्रमा के दूर वाले इलाके पर यान उतारने वाला पहला देश बनेगा। चीनी स्पेस एजेंसी का कहना है कि 2018 में चंद्रमा का जो हिस्सा हमें दिखाई नहीं देता, उस ओर की जांच के लिए वह यान भेजेगा। इसके बाद वहां यान उतारने वाला वह दुनिया का पहला देश बन जाएगा।
 
बता दें कि इससे पहले चीन चांद पर रोवर यान उतार चुका है। लेकिन अब उसका प्लान चंद्रमा की दूसरी ओर की खोज करना है, जहां अभी तक कोई भी अन्य देश नहीं पहुंच सका है। श्वेत पत्र के मुताबिक, चंद्र यान चांग ई-5 प्रोजेक्ट 2017 के अंत में शुरू होगा। इस योजना में तीन रणनीतिक कदम हैं। ये हैं यान कक्षा में स्थापित करना, सतह पर उतारना और लौटना। चीन 2020 तक पहली मंगल खोज की योजना बना रहा है। 
यहां यह उल्लेखनीय है कि इसके पहले भारत और अन्य देशों के मंगल अभियानों की तरह चीन ने भी मंगल पर अभियान भेजा था जो सफल नहीं हो सका था। 
जानेंं एक अनसुलझे रहस्य को, आखिर क्या है चांद की दूसरी तरफ?

कुछ हॉलीवुड फिल्मों में दिखाया गया है कि चांद के अंधेरे हिस्से में परग्रही रहते हैं। कुछ का मानना है कि यहां नाजियों का सीक्रेट आर्मी बेस है। लेकिन सच तो यह है कि पृथ्वी से चंद्रमा की दूसरी तरफ का महज 18 प्रतिशत हिस्सा दिखाई देता है। वहां क्या है, कैसा वातावरण है, यह अभी तक रहस्य है, इसके बारे में वैज्ञानिक ज्यादा नहीं जानते। इसलिए इसे चंद्रमा का अंधेरा हिस्सा भी कहते हैं।
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