शनिवार, 21 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. टी-20 विश्व कप 2022
  4. MS Dhoni is the lone sucessful Skipper against Pakistan in T20 World Cup
Written By WD Sports Desk
Last Updated : रविवार, 23 अक्टूबर 2022 (12:26 IST)

सिर्फ धोनी की कप्तानी में ही भारत T20 World Cup में पस्त कर पाया है पाकिस्तान को

सिर्फ धोनी की कप्तानी में ही भारत T20 World Cup में पस्त कर पाया है पाकिस्तान को - MS Dhoni is the lone sucessful Skipper against Pakistan in T20 World Cup
टी-20 विश्वकप शुरु हो गया है लेकिन भारत बनाम पाकिस्तान के मुकाबले पर सभी फैंस की निगाहें है।  फैंस को मीडिया के हवाले से कई समीकरण, टीम संयोजन की जानकारी दोनों ही तरफ से मिल ही रही है। एक बड़ा आंकड़ा यह है कि अब तक जितनी भी जीत पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने दर्ज की है वह सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में आई है।

यह आंकड़ा बदल सकता था लेकिन पिछले साल भारत को पाकिस्तान के खिलाफ 24 अक्टूबर 2021 को 10 विकेटों से हार मिली जिसमें विराट कोहली कप्तान थे। टी-20 विश्वकप में कुल भारत और पाकिस्तान 6 बार आमने सामने हुए और 5 में भारत की जीत हुई जबकि एक में उसे शर्मनाक हार मिली। जान लेते हैं टी-20 विश्वकप में कैसा रहा एशियाई प्रतिद्वंदियों का सफर।

टी-20 विश्वकप 2007 का पहला लीग मैच- भारत बॉल आउट से 3-0 से जीता

इस मैच में पाकिस्तान को जीत के लिए 20 ओवरों में जीत के लिए 142 रनों की आवश्यकता थी, लेकिन निर्धारित ओवरों के पूरा होने पर वह 141 रन ही बना सका था। हालाँकि उसने सिर्फ सात विकेट ही खोए थे।

मैच का फैसला 'बॉल आउट' में हुआ, जिसमें भारत के तीनों गेंदबाजों ने विकेट उड़ाए थे, जबकि पाक के तीनों गेंदबाज नाकाम रहे थे।बॉल आउट' के लिए दोनों टीमों के 5-5 गेंदबाजों को विकेट उड़ाने थे। भारत की तरफ से सहवाग, हरभजनसिंह और रॉबिन उथप्पा ने गिल्लियां उड़ाई, जबकि पाकिस्तान के तीनों गेंदबाज यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी में से कोई भी निशाना नहीं साध सका।

इस मैच में धोनी विकेट के पीछे बैठ गए थे और गेंदबाजों को उनके शरीर पर मारने की हिदायत दी थी। यही कारण रहा कि तीनों भारतीय गेंदबाजों के निशाने सटीक लगे थे।

टी-20 विश्वकप 2007 फाइनल - भारत ने पाकिस्तान को 5 रनों से हराया

धोनी ने इस टी-20 विश्वकप में एक बार फिर से टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। धोनी और ट्रंप कार्ड युवराज सिंह नहीं चले, लेकिन गौतम गंभीर ने एक छोर संभाले रखकर 54 गेंद पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 75 रन बनाए थे। रोहित शर्मा ने भी 30 रन की जिम्मेदारी भरी पारी खेली थी, जिसकी बदौलत भारत पाँच विकेट पर 157 रन बनाने में सफल रहा c।

गेंदबाजी में आरपी सिंह, इरफान पठान और जोगिंदर शर्मा ने टीम इंडिया के लिए कमाल किया था, जिन्होंने शीर्ष और मध्यक्रम को तहस-नहस करके पाकिस्तानी ताबूत में आखिरी कील ठोंकी थी। पाकिस्तान को मिसबाह उल हक (44) भी नहीं बचा पाए और जोगिंदर शर्मा की गेंद को लेग साइड में स्कूप करने के चक्कर में श्रीसंथ को कैच थमा बैठे थे। इस तरह पाक की पूरी टीम 19.3 ओवर में 152 रन पर धराशायी हो गई थी। इस तरह माही की कप्तानी में भारत ने पहला टी-20 विश्वकप अपने नाम किया था।

टी-20 विश्वकप 2012- भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट से रौंदा

सितंबर के महीने में यह भारत और पाकिस्तान की टी-20 विश्वकप में तीसरी भिडंत थी। यह मैच कोहली के ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए आज भी जाना जाता है। इस मैच में कोहली ने बड़ी पारी खेलने के अलावा एक विकेट भी लिया था।

कोहली ने 42 और 64 रन के स्कोर पर मिले जीवनदान का पूरा फायदा उठाते हुए 61 गेंद में आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 78 रन की पारी खेली थी, जिससे भारत ने 129 रन के लक्ष्य को तीन ओवर शेष रहते हासिल कर लिया था।

इससे पहले पाकिस्तान की टीम 19.4 ओवर में 128 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से लक्ष्मीपति बालाजी ने 3.4 ओवर में 22 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे जबकि अश्विन और युवराज सिंह ने भी 2-2 विकेट अपने नाम किए थे। यह पहली बार था जब भारत ने पाकिस्तान को टी-20 विश्वकप में बाद में बल्लेबाजी करते हुए हराया था।

टी-20 विश्वकप 2014- भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराया

भारत ने टी 20 ‍विश्व कप 2014 में भी पाकिस्तान को 7 विकेट से रौंदकर शानदार आगाज किया था। पाकिस्तान ने टॉस हारकर 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 130 रन बनाए थे। जबकि जवाब में भारत ने 18.3 ओवर में जीत के लिए आवश्यक रन तीन विकेट खोकर अर्जित कर लिए थे। इस मैच में 22 रनों पर 2 विकेट लेने वाले अमित मिश्रा को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड मिला था।  

टी-20 विश्वकप 2016- भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराया

पहली बार भारत को पाकिस्तान को हराने का अवसर अपने स्थानीय दर्शकों के सामने मिला। यह मैच कोलकाता के इडन गार्डन्स मैदान पर खेला गया था। हालांकि भारत के लिए यह करो या मरो का मुकाबला था और टूर्नामेंट में बने रहने के लिए उसे हर हालत में जीतना था।

रविंद्र जडेजा और आर अश्विन की टर्न लेती गेंदों के सामने पाकिस्तान वर्षा बाधित मैच में सिर्फ 118 रन ही बना पाया। यह मैच 20 ओवर की जगह 18 ओवर तक का किया गया था लेकिन भारत ने यह भारत ने यह लक्ष्य 15.5 ओवर में ही हासिल कर लिया था। कोहली ने शानदार 55 रनों का योगदान दिया और उन्हें मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था।

पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेटों से हराकर चखा जीत का स्वाद

24 अक्टूबर 2021 को पाकिस्तान ने आखिरकार टी-20 विश्वकप में भारत के खिलाफ हार का सिलसिला तोड़ा।बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन और गेंदबाजों के परिस्थितियों के अनुकूल गेंदबाजी करने में नाकाम रहने के कारण भारत को आईसीसी टी20 विश्व कप के सुपर 12 के ग्रुप दो मैच में  पाकिस्तान से 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा था जिससे उसका अपने इस चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पिछले 29 वर्षों से चला आ रहा विजय अभियान भी थम गया था।

भारत ने विश्व कप (वनडे और टी20) में 1992 के बाद इस मैच से पहले तक सभी 12 मैचों (वनडे में सात और टी20 में पांच) में जीत दर्ज की थी लेकिन पहले शाहीन शाह अफरीदी (31 रन देकर पांच) की अगुवाई में पाकिस्तानी गेंदबाजों के सामने उसके बल्लेबाज नहीं चले थे और बाद में रही सही कसर कप्तान बाबर आजम (52 गेंद पर नाबाद 68, छह चौके, दो छक्के) और मोहम्मद रिजवान (55 गेंदों पर नाबाद 78, छह चौके तीन छक्के) की पहले विकेट के लिये अटूट शतकीय साझेदारी ने पूरी कर दी थी।
ये भी पढ़ें
भारत ने पाक के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया