बहुत कम हिन्दू है जो अपने देश और धर्म का इतिहास तिथिवार जानते होंगे। दरअसल, इस देश के तिथिक्रम के इतिहास को हमारे अंग्रेज और वामपंथी भाइयों ने भ्रमित करके उसे अप्रमाणिक इतिहास की श्रेणी में डाल रखा है। देश को उन लोगों के हाथों में सौंपा गया जो अंग्रेजों के गुलाम थे। यहां हम राम के काल के पूर्व की अनुमानित तिथि दे रहे हैं। नेपाली, श्रीलंका और माथुरों के इतिहास तिथि को जानने के बाद पता चलता है कि भगवान बुद्ध ईसा से लगभग एक हजार वर्ष पूर्व हुए थे। हालांकि मोटे तौर पर लिखे गए इस क्रम को भी अभी शुद्ध करने की जरूरत है।
1.ब्रह्म काल : (सृष्टि उत्पत्ति से प्रजापति ब्रह्मा की उत्पत्ति तक)
2.ब्रह्मा काल : (प्रजापति ब्रह्मा, विष्णु और शिव का काल)
2.स्वायम्भुव मनु काल : (प्रथम मानव का काल 9057 ईसा पूर्व से प्रारंभ)
4.वैवस्वत मनु काल : (6673 ईसा पूर्व से) :
5.राम का काल : (5114 ईस्वी पूर्व से 3000 ईस्वी पूर्व के बीच) :
6.कृष्ण का काल : (3112 ईस्वी पूर्व से 2000 ईस्वी पूर्व के बीच) :
7.सिंधु घाटी सभ्यता का काल : (3300-1700 ईस्वी पूर्व के बीच) :
8.हड़प्पा काल : (1700-1300 ईस्वी पूर्व के बीच) :
9.आर्य सभ्यता का काल : (1500-500 ईस्वी पूर्व के बीच) :
10.बौद्ध काल : (563-320 ईस्वी पूर्व के बीच) :
11,मौर्य काल : (321 से 184 ईस्वी पूर्व के बीच) :
12.गुप्तकाल : (240 ईस्वी से 800 ईस्वी तक के बीच) :
13.मध्यकाल : (600 ईस्वी से 1800 ईस्वी तक) :
14.अंग्रेजों का औपनिवेशिक काल : (1760-1947 ईस्वी पश्चात)
15. आजाद और विभाजित भारत का काल : (1947 से प्रारंभ)
एक समय था जबकि वेद संपूर्ण मानव जाति के ग्रंथ थे, लेकिन आज वे सिर्फ हिन्दुओं के हैं। सवाल किसी धर्मग्रंथ का नहीं, ऐसे बहुत से ग्रंथ और प्रमाण हैं, जो ईसा पूर्व के भारतीय और मानव इतिहास की गौरवगाथा का वर्णन करते हैं। इस देश के नागरिक अपने देश और धर्म का इतिहास नहीं जानते इसीलिए वे तरह तरह की विचारधाराओं, जातियों में बंटकर देश और धर्म का नुकसान ही कर रहे हैं।