शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. आलेख
  4. Akshaya Tritiya Vrat
Written By WD

जानिए कैसे करें अक्षय तृतीया व्रत...

जानिए कैसे करें अक्षय तृतीया व्रत... - Akshaya Tritiya Vrat
अक्षय तृतीया पर मिलता है अक्षय फल
वैशाख शुक्ल तृतीया को अक्षय तृतीया कहते हैं। चूंकि इस दिन किया हुआ जप, तप, ज्ञान तथा दान अक्षय फल देने वाला होता है अतः इसे 'अक्षय तृतीया' कहते हैं। यदि यह व्रत सोमवार तथा रोहिणी नक्षत्र में आए तो महा फलदायक माना जाता है।

 
 
यदि तृतीया मध्याह्न से पहले शुरू होकर प्रदोष काल तक रहे तो श्रेष्ठ मानी जाती है। इस दिन जो भी शुभ कार्य किए जाते हैं, उनका बड़ा ही श्रेष्ठ फल मिलता है। यह व्रत दान प्रधान है। इस दिन अधिकाधिक दान देने का बड़ा माहात्म्य है। इसी दिन से सतयुग का आरंभ होता है इसलिए इसे युगादि तृतीया भी कहते हैं।

कैसे करें व्रत, पढ़ें अगले पेज पर...

कैसे करें व्रत 
* व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में सोकर उठें।
* घर की सफाई व नित्य कर्म से निवृत्त होकर पवित्र या शुद्ध जल से स्नान करें।
* घर में ही किसी पवित्र स्थान पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।

 
निम्न मंत्र से संकल्प करें :-
ममाखिलपापक्षयपूर्वक सकल शुभ फल प्राप्तये
भगवत्प्रीतिकामनया देवत्रयपूजनमहं करिष्ये।


 
शेष विध‍ि अगले पेज पर...

* संकल्प करके भगवान विष्णु को पंचामृत से स्नान कराएं।
* षोडशोपचार विधि से भगवान विष्णु का पूजन करें।

* भगवान विष्णु को सुगंधित पुष्पमाला पहनाएं।



* नैवेद्य में जौ या गेहूं का सत्तू, ककड़ी और चने की दाल अर्पण करें।
* अगर हो सके तो विष्णु सहस्रनाम का जप करें।
* अंत में तुलसी जल चढ़ा कर भक्तिपूर्वक आरती करनी चाहिए।

* इस दिन उपवास रखें। 
ये भी पढ़ें
अक्षय तृतीया पर जपें मां लक्ष्मी के यह चमत्कारी मंत्र