मुंबई। सनसनीखेज शीना बोरा हत्याकांड में गुत्थी उलझती ही जा रही है। ड्राइवर और पिता बार-बार बयान बदल रहे हैं। पुलिस का मानना है कि यह एक सोची समझी हत्या की साजिश थी।
स्टार इंडिया के पूर्व सीईओ पीटर मुखर्जी ने यू टर्न लेते हुए कहा कि मारी गई शीना बोरा ने उन्हें सूचित किया था कि वह उनकी सौतेली बेटी है, लेकिन उनकी पत्नी इंद्राणी ने इस बात को खारिज किया और उन्होंने अपनी पत्नी की बात पर विश्वास किया। हालांकि, इस बात को स्वीकार करना कठिन था।
कल तक मुखर्जी कह रहे थे कि वह इस बात से अनजान थे कि शीना उनकी पत्नी इंद्राणी की बेटी थी क्योंकि उनकी पत्नी ने शीना को हमेशा अपनी छोटी बहन बताया था।
उन्होंने कहा, 'हमारी शादी से पहले मुझे बताया गया कि इंद्राणी की एक बहन और एक भाई है। शीना बहन थी और मिखाइल भाई था। शीना ने बाद में संकेत दिया कि यह गलत सूचना है।
मुखर्जी ने एक समाचार चैनल से कहा, 'उसने मुझे बताया कि जीजू इंद्राणी आपको गलत जानकारी दे रही है, और कृपया आप मुझ पर विश्वास करें कि मैं उसकी बहन नहीं हूं। मैं असल में उसकी बेटी हूं।'
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वहीं इंद्राणी के पिता उपेन्द्र कुमार बोरा ने अपनी बेटी के दावे का खंडन किया कि शीना बोरा उनकी बेटी थी।
80 वर्षीय बोरा ने बताया, 'शीना मेरी बेटी नहीं थी। मैं उसका नाना था।' शीना के जन्म प्रमाण पत्र में इंद्राणी ने उनका नाम पिता के रूप में दिया था। शीना का जन्म फरवरी 1989 में हुआ था।
बोरा ने बताया कि शीना का पिता सिद्धार्थ दास है। यह पूछे जाने पर कि क्या शिलांग में मौजूद एक अन्य व्यक्ति शीना का असली पिता है, बोरा ने कहा कि इस बात का पता लगाए जाने की जरूरत है।
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इंद्राणी को तलाक दे चुके खन्ना के बारे में माना जा रहा है कि उन्होंने मुंबई पुलिस को कोलकता में बताया कि वह उस कार में सवार थे जिसमें शीना का कथित तौर पर गला घोंटा गया था लेकिन उन्होंने दावा किया कि इस अपराध में उनकी कोई भूमिका नहीं है।
हालांकि, यह बात गिरफ्तार चालक के पुलिस के समक्ष दावे से विरोधाभासी है। उसने कहा था कि इंद्राणी और खन्ना ने शीना को मुंबई के एक होटल के कमरे में नशीला ड्रिंक पिलाया जिसके बाद कार में उसका गला घोंटा था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसके बाद शव को रायगढ तालुक स्थित पेन ले जाया गया जहां उसे पेट्रोल छिड़क कर जला दिया गया। खन्ना हत्या के एक दिन पहले 23 अप्रैल 2012 को कथित तौर पर आया था और 25 अप्रैल को वापस विमान से कोलकाता चला गया था।
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पुलिस मुंबई मेट्रो के अफसरों से भी पूछताछ करेगी। इस कंपनी में 24 साल की शीना 20 जून 2011 से 24 अप्रैल 2012 को हत्या होने तक असिस्टेंट मैनेजर थी। 24 अप्रैल से एक दिन पहले ही उसने कंपनी से छुट्टी ली थी।
मुंबई पुलिस को इंद्राणी मुखर्जी से पूछताछ में पता चला है कि वही शीना की हत्या के बाद उसके मोबाइल से उसका ई-मेल संचालित कर रही थी। हत्या के कुछ ही दिन बाद उसने ई-मेल के जरिए उसका इस्तीफा भेजा था।
मारिया ने कहा कि जांच अधिकारियों ने आज उस आरोपी का बयान रिकॉर्ड किया जिसने शीना बनकर उन पत्रों पर हस्ताक्षर किए थे, जिन्हें इंद्राणी ने मुंबई में एक कंपनी को यह सूचित करने के लिए भेजा कि शीना इस्तीफा दे रही है। इस तरह का पत्र शीना के मकान मालिक को भी भेजा गया कि वह लीज और लाइसेंस समझौता खत्म कर रही है।