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Last Updated :लखनऊ , रविवार, 23 अक्टूबर 2016 (12:08 IST)

सपा टूट की कगार पर, रामगोपाल के पत्र से खुलासा...

सपा टूट की कगार पर, रामगोपाल के पत्र से खुलासा... - Ramgopal Yadav letter to SP
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) में चल रही घमासान के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा रविवार को बुलाई गई विधानमंडल दल की बैठक और रामगोपाल यादव के पत्र से साफ है कि पार्टी अब टूट के कगार पर पहुंच गई है। इस बीच अखिलेश ने चाचा शिवपालसिंह यादव समेत चार मंत्रियों को बर्खास्त कर मामले को और बढ़ा दिया है। उनके इस कदम ने सपा को टूट की कगार पर खड़ा कर दिया है। 
सपा महासचिव और सांसद रामगोपाल यादव ने पत्र लिखकर उन लोगों पर भी हमला बोला है, जो मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र अखिलेश यादव में सुलह कराने की कोशिश में हैं। यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि जो लोग सुलह कराने में लगे हैं, वे जनता को गुमराह कर रहे हैं। 
 
उन्होंने लिखा है कि अखिलेश यादव ही चुनाव जिताने में सक्षम हैं, जो उनका विरोध करेगा वह चुनाव नहीं जीत सकता तथा 3 नवंबर से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की शुरू हो रही समाजवादी विकास यात्रा में सभी जुटें और उसे सफल बनाएं। यादव ने कार्यकर्ताओं के नाम अपने खुले पत्र में कहा है कि कुछ लोग सत्ता के कारण हजारों करोड़ रुपए कमाकर अब पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

सुबह छह बजे हाथ से लिखे गए पत्र में यादव ने कहा है, 'जहां अखिलेश वहीं विजय।' उन्होंने कहा कि जो लोग अखिलेश यादव के साथ काम नहीं करेंगे उन्हें यह मान लेना चाहिए कि वे पराजय की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने लिखा है कि पार्टी में कुछ लोग नकारात्मक सोच के हैं और उन्हीं के वजह से पार्टी नुकसान उठा रही है।
 
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए बहुत काम किया है इसलिए युवाओं के साथ ही जागरुक नागरिक अखिलेश यादव के साथ ही रहेंगे। उन्होंने चिट्ठी में मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव का नाम लिखे बगैर करारा हमला बोला है।
 
प्रो. रामगोपाल यादव ने लिखा है कि जो लोग सुलह की बात कर रहे हैं वे कार्यकर्ताओं को भ्रमित कर रहे हैं। पत्र से साफ है कि अब 'पिता-पुत्र' में समझौता नामुमकिन सा हो गया है। अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई विधायकों की बैठक के ठीक पहले पत्र लिखा जाना सोची समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
 
इससे पहले भी प्रो. यादव ने मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि पार्टी का पतन हुआ तो इसके लिए सिर्फ आप और आप जिम्मेदार होंगे। इतिहास आपको माफ नहीं करेगा। इतिहास निष्ठुर होता है। इतिहास किसी को बख्शता नहीं है।
 
दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने समाजवादी पार्टी की अन्तर्कलह को उनका अन्दरुनी मामला बताया लेकिन कहा कि सपा चूंकि सत्ता में है इसलिए जनता के प्रति उसकी जवाबदेही है। झगडे की वजह से जनता पिस रही है। इस बीच, बेनी प्रसाद वर्मा, किरनमय नन्दा सरीखे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का थोडी देर बाद मुलायम सिंह यादव से मिलने का कार्यक्रम है।
 
भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि जो आरोप विपक्ष लगा रहा था उसकी पुष्टि प्रो0 रामगोपाल यादव ने पत्र लिखकर कर दिया है। पाठक ने कहा कि यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि कुछ लोगों ने सत्ता की वजह से हजारो करोड़ रुपए कमाए। अब जब पत्र में यादव ने यह लिख ही दिया है तो उन्हें उन लोगों का नाम भी खोलना चाहिए जिसने हजारो करोड़ रुपए कमाए। भाजपा नेता ने कहा कि सरकारी धन के दुरुपयोग किए जाने की जांच होनी चाहिए। (वार्ता)