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Last Modified: बुधवार, 26 अक्टूबर 2016 (17:28 IST)

मुलायम मिला सकते हैं कांग्रेस और रालोद से हाथ

मुलायम मिला सकते हैं कांग्रेस और रालोद से हाथ - Mulayam Singh Yadav, Samajwadi Party, Congress
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में मचे घमासान की वजह से  उत्तरप्रदेश में बदलते राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम नाइक से मुलाकात की।
उधर मुलायम सिंह यादव ने राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और कांग्रेस से हाथ मिलाने के संकेत  दिए। सपा में चल रही उथल-पुथल के बीच अचानक मुख्यमंत्री दोपहर बाद राजभवन पहुंच गए। वहां उन्होंने नाइक से करीब 40 मिनट बात की। 
 
राजभवन सूत्रों ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया और कहा कि राज्यपाल दीपावली मनाने मुंबई जाने वाले हैं इसलिए यादव उन्हें दीपावली की अग्रिम बधाई देने आए थे। दूसरी ओर, उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि नाइक ने यादव को बुलाया था। दोनों के बीच उत्तरप्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों और अन्य हालात पर चर्चा  हुई।
 
इधर राज्यपाल और मुख्यमंत्री की मुलाकात हो रही थी, उधर मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश  मंत्रिमंडल से बर्खास्त सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, नारद राय और ओमप्रकाश  सिंह को बुलाकर बैठक की। बैठक का मकसद 5 नवंबर को आयोजित पार्टी का रजत जयंती समारोह बताया गया है लेकिन कुछ लोग इसके राजनीतिक मायने भी निकाल रहे हैं।
 
सपा में चल रही रस्साकशी के बीच मुलायम सिंह यादव ने 2017 के चुनाव में खासतौर पर  अल्पसंख्यक मतों में विभाजन को रोकने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को परास्त करने  के लिए कांग्रेस और रालोद से बातचीत के लिए शिवपाल सिंह यादव को अधिकृत कर दिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार उत्तरप्रदेश में सपा, कांग्रेस और रालोद से मिलकर महागठबंधन बनाना चाहती है और उसी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ना चाहती है।
 
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उनकी पार्टी ने हमेशा सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ाई लड़ी है और आगामी चुनाव में भी उन्हें शिकस्त देंगे। इससे पहले गत 24 अक्टूबर को राज्य विधान परिषद सदस्य आशु मलिक से बदमिजाजी करने वाले सूबे के वन राज्यमंत्री तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय को पार्टी से 6 वर्षों के लिए बर्खास्त कर दिया गया। मंत्रिमंडल से हटाए जाने के लिए शिवपाल सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भी लिख दिया।
 
इन घटनाक्रमों के बीच मुख्यमंत्री की 3 नवंबर से शुरू हो रही विकास रथयात्रा की तैयारियां भी चरम पर हैं। मुख्यमंत्री ने बुधवार को इसके लिए अपने आवास पर पार्टीजनों की बैठक की। पार्टी उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने बताया कि अखिलेश यादव ही भविष्य में पार्टी का चेहरा होंगे। यात्रा में बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह और नरेश अग्रवाल सरीखे वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। (वार्ता)
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