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बुराइयां हर क्षेत्र में, बदलाव के लिए समाज को ही आगे आना होगा

हिन्दी न्यूज वेबसाइट SSnews24 का लोकार्पण

बुराइयां हर क्षेत्र में, बदलाव के लिए समाज को ही आगे आना होगा - Journlism
इंदौर। स्वतंत्रता आंदोलन के समय पत्रकारिता मिशन थी, लेकिन आज कमीशनखोरी का माध्यम बन गई है। लेकिन, पत्रकारिता को पथभ्रष्ट करने वाला भी समाज ही है। समाज बदलेगा तो बाकी चीजें भी बदल जाएंगी।
 
हिन्दी न्यूज वेबसाइट SSnews24 के लोकार्पण के मौके पर यह बातें विभिन्न वक्ताओं ने कहीं। होटल अंगारा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के रूप में बोलते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व जज एवं वर्तमान में नर्मदा घाटी विकास पुनर्वास शिकायत निवारण की जिम्मेदारी संभाल रहे जस्टिस सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि आज के दौर में कोई क्षेत्र बुराइयों से अछूता नहीं है। दरअसल, जैसा समाज होगा वैसा ही पत्रकार या अधिकारी भी होगा। इन सब बातों के लिए सबसे ज्यादा समाज ही जिम्मेदार है। यदि समाज बदलेगा तो बाकी चीजें भी स्वत: बदल जाएंगी। उन्होंने कहा कि क्रांति समाज से ही आती है। समाज पीछे नहीं होगा तो नेता भी कुछ नहीं कर पाएंगे। 
 
पत्रकार प्रतीक श्रीवास्तव ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि पत्रकारिता को पथभ्रष्ट करने वाला या फिर उसे मिशन से विमुख करने वाला समाज ही है। इसके लिए व्यवस्था जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि आज अखबार या चैनल शुरू करना बड़ी चुनौती है। चुनाव से पहले कई चैनल, अखबार चालू होते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वे दम तोड़ देते हैं। मध्यप्रदेश में जितने भी चैनल चल रहे हैं, वे सरकार के रहमोकरम पर चल रहे हैं। यदि सरकार विज्ञापन देना बंद कर दे तो 75 फीसदी चैनलों में ताला लग जाएगा। 
 
श्रीवास्तव ने मीडिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शिवलिंग पर सांप आ जाता है तो बड़ी खबर बन जाती है, लेकिन सुदूर गांव में कोई किसान फसल न बेच पाने के कारण आत्महत्या करता है तो खबर नहीं बनती। उन्होंने पाठकों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पाठक अच्छी चीजें देखना और पढ़ना ही नहीं चाहता। मीडिया की भी अपनी मजबूरिया हैं, जो बिकेगा वही तो परोसा जाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि इस दौर में पत्रकार और पत्रकारिता दोनों की ही जिम्मेदारी बढ़ी है। हमें भाषा को धार देनी होगी और ऐसा कंटेंट तैयार करना होगा कि लोग उसे पढ़ें।
 
प्रेस क्लब महासचिव नवनीत शुक्ला ने कहा कि आज की पत्रकारिता विषय और लक्ष्य से भटक गई है। पत्रकारिता आज मिशन न होकर व्यापार का माध्यम हो गई है। हालांकि हम स्वस्थ पत्रकारिता करेंगे तो समाज में स्थान सर्वोच्च रहेगा। समाजसेवी हरीश नागर ने कहा कि पत्रकारिता ने आजादी के समय लोगों को एकजुट करने का काम किया। पत्रकारिता का काम ही लोगों को जागरूक करना और सरकार की गलतियां बताना है। 
 
प्रारंभ में मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मंगलाचरण आचार्य विजय त्रिवेदी ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत कुंवर विजयसिंह, आसिफ खान, शकील खान, हरीश यादव, दीपेश पांडे ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पुरुषोत्तम दुबे ने किया।