मसूरी-देहरादून मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आई कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त
देहरादून। लगातार बारिश जारी रहने से मसूरी में कई जगह भूस्खलन होने के बाद सड़क पर आए मलबे और पत्थर से मार्ग बाधित है। मसूरी टिहरी बायपास रोड पर बाटा घाट के पास भूस्खलन होने से मार्ग पा आए मलबे से मार्ग बंद हो गया। मसूरी गलोगी पावर हाउस के पास लगातार हो रहे भूस्खलन से लोगों की दिक्कतें कम नहीं हो रही हैं।
मसूरी-देहरादून मार्ग के बीच गलोगी पावर हाउस के पास हो रहे भूस्खलन की चपेट में एक कार आने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कार में सवार लोग बाल-बाल बच गए। मसूरी-देहरादून मार्ग पर हो रहे भूस्खलन से मार्ग बाधित होने से लगातार वाहनों का लंबा जाम लग रहा है। मसूरी प्रशासन और पुलिस लगातार मसूरी-देहरादून मार्ग पर लग रहे जाम को व्यवस्थित करने के लिए प्रयास कर रहा है।
मसूरी देहरादून गलोगी पावर हाउस के पास हो रहे भूस्खलन को देखते हुए अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है, वहीं मार्ग खुलने पर वाहनों को निकाला जा रहा है। रात को सुरक्षा की दृष्टि से मसूरी देहरादून मार्ग को बंद किया जा रहा है, जिससे कि किसी प्रकार की घटना न हो।
पहाड़ों में हो रही बारिश ने किस कदर जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है, उसकी बानगी ऋषिकेश से श्रीनगर के बीच एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर हो रहे लैंडस्लाइड से दिख जाती है। इस मार्ग पर मानसून पूर्व 4 से 6 डेंजर जोन थे, अब इनकी संख्या दो दर्जन से अधिक हो गई है।
भारी बारिश से पिछले पांच दिनों से एनएच-58 पूरी तरह से बंद है। एनएच-58 के बंद होने के कारण लोग श्रीनगर, पौड़ी, कोटद्वार, हरिद्वार जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं।इस मार्ग से देहरादून का सफर 5 घंटे की बजाय 8 घंटे का हो गया है।
दूसरे मार्ग मलेथा, टिहरी, चंबा, धनोल्टी, मसूरी, देहरादून के सफर में भी लोग यहां सड़कों पर आए मलबे के कारण परेशानियां झेल रहे हैं।ऋषिकेश से आगे तोता घाटी और देवप्रयाग के बीच 17 जगहों पर पहाड़ी से मलबा गिर रहा है।