दिल्ली सन्न है, रविवार को दिल्ली के भीड़ भरे बुराड़ी इलाके में मौत का शिकार हुआ 11 सदस्यीय भाटिया परिवार अपने पीछे सवालों की अनसुलझी गुत्थी छोड़ गया है। सबसे पहले तो पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि यह आत्महत्या है या हत्या?
लेकिन 11 लाशें पीछे छोड़ गई हैं, इस भीषण घटना के 11 सवाल... जो अब तक नहीं सुलझें हैं।
1. ऐसा कैसे संभव है कि एक ही रात में परिवार के सभी 11 लोग आत्महत्या को तैयार हो गए? लोगों का मानना है कि यह पूरा मामला हत्या से जुड़ा है, हाथ और पैरों का बंधा होना हत्या की ओर इशारा करता है।
2. आर्थिक परेशानी की भी फिलहाल कोई बात सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि भाइयों ने हाल ही में रिनोवेशन के लिए मकान में 20 लाख लगाए थे? वैसे कुछ साल पहले ललित पर हमला हुआ था जिसमें चोट से उसकी आवाज चली गई थी।
3. घर में खुशी का माहौल था, परिवार में एक युवती की इसी महीने सगाई हुई हो और उसकी शादी तय हो चुकी थी? ऐसे से में इतना बड़ा कदम उठाना समझ नहीं आ रहा है।
4. जिस बेटी की शादी तय हो चुकी थी तो इस सामूहिक खुदकुशी में उसे शामिल करने का क्या मतलब था? तो क्या प्रेम प्रसंग में हत्याकांड हुआ, यदि ऐसा है तो पुलिस को कोई सुराग जरूर मिलेगा।
5. न पारिवारिक कलह थी, दोनों भाइयों के परिवारों के बीच बहुत अच्छा तालमेल था, उनमें किसी तरह की किसी प्रकार की अनबन नहीं थी। तो क्यों खुदकुशी की?
6. पास-पड़ोसियों के अनुसार यह परिवार काफी धार्मिक प्रवृत्ति का था और भगवान पर भरोसा करने वाला और सकारात्मक सोच का था।
7. क्या संभव है कि फर्जी बाबा ने मोक्ष प्राप्त करने के लिए ऐसा करने को प्रेरित किया है?
8. रात में 11 बजे तक सब ठीक थे और घर के बाहर टहल रहे थे, शवों के मुंह में टेप और कान में रुई ठूंसी तो क्या किसी परिजन ने ही अपनों की हत्या कर आत्महत्या कर ली?
9. परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला के गले में न फंदा था न हाथ-पैर बंधे थे? बुजुर्ग महिला का शव दूसरे कमरे में बेड के नीचे पड़ा मिला। तो क्या महिला का वजन बहुत अधिक था, इसलिए वे फंदा नहीं लगा सकी या किसी व्यक्ति ने पहले उनकी हत्या की?
10. यदि मारने के पहले यदि को नशीला या जहरीला पदार्थ खिलाया तो शवों के मुंह से झाग क्यों नहीं निकला? पुलिस ने बिसरा को सुरक्षित रखवा लिया है, ताकि पता चल सके कि मौत से पहले उन्हें कोई जहरीला पदार्थ तो नहीं खाया था।
11. घर में लूटपाट नहीं हुई है तो हत्या का मकसद क्या था? क्या प्रॉपर्टी के लालच में किसी ने ये हत्याएं कराई हैं? एक पड़ोसी के मुताबिक शनिवार रात बारह बजे से तीन बजे तक लाइट नहीं थी। तीन घंटे लाइट बंद होना साजिश हो सकती है।जिस घर में इन लोगों की मौत हुई वह करीब सौ गज के प्लॉट में बना है। दोनों भाइयों की अलग अलग दुकान थी और उनकी लाइफ एकदम सामान्य तरीके से चल रही थी। परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं था।
तो क्या पूरे परिवार ने सुनियोजित ढंग से यह सामूहिक कदम उठाया? पड़ोसियों का कहना कि रात 11 बजे तक इस परिवार के कुछ सदस्यों को घर के बाहर ही टहलते हुए देखा था। रात में कोई शोर या हलचल भी महसूस नहीं हुई।