यैस ओशो पत्रिका की चौथी वर्षगांठ के उपलक्ष में 1 से 7 अक्टूबर के बीच पूरे विश्व के 800 ओशो ध्यान केंद्र पर 'सक्रिय ध्यान' के आयोजन का रविवार को समापन हुआ।
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इंदौर के लोगों ने ओशो वेलनेस ध्यान सेंटर न्यू पलासिया बंसी ट्रेड सेंटर पर सुबह 7 से 8 तक हुए ध्यान प्रयोग का उदित, सचिन, जय, निवेदन, भावना, गरिमा और निशा के सानिध्य में नाचने गाते हुए ध्यान का अद्भुत अनुभव किया।
समापन अवसर पर ओशो साहित्य के 10 नए शीर्षक का विमोचन भी किया गया- 'संभावनाओं की आहट', 'ध्यान योग प्रथम और अंतिम मुक्ति', 'गहरे पानी पैठ', 'विज्ञान कला और धर्म', 'जीवन रहस्य', 'बिऑन्ड एन्लाइटन्मन्ट', 'नोह्वेर टू गो बट इन', 'सांग्स आव एक्स्टसी', 'कहे कबीर दीवाना' और 'लाइफ इस अ सोप बबल।
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इसके अलावा दि पाथ आव लव', टेरो रिडिंग, झेन टी सेरेमनी, बुद्धा नेचर कार्ड, ओपनिंग टू हार्ट, क्रिएटिविटी अवेयरनेस स्किल्स, जाझेन, जैसी विभिन्न ध्यान विधियों का अनुभव भी लिया गया।
कार्यक्रम के अंत में सभी मित्रों को घर, परिवार और अन्य मित्रों के साथ ध्यान करने के लिए- ओशो नादब्रह्म और ओशो कुण्डलिनी ध्यान संगीत की सीडी भेंट की गई। ओशो वेलनेस, बंसी ट्रेड सेंटर पर, सुबह और शाम के ध्यान के प्रयोग विधिवत जारी रहेंगे। (वेबदुनिया)