Last Modified: नई दिल्ली ,
सोमवार, 28 जुलाई 2014 (12:20 IST)
दिल्ली में ऑटो रिक्शावालों की हड़ताल
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नई दिल्ली। दिल्ली में बड़ी संख्या में ऑटो रिक्शा यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के कथित अक्खड़ रवैये के खिलाफ सोमवार को हड़ताल कर दी। दिल्ली में लगभग 80 हजार ऑटोरिक्शा चालक हैं।
दिल्ली ऑटोरिक्शा संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा, ‘हमने सोमवार को एक दिन की हड़ताल पर जाने का फैसला किया है क्योंकि हमें यातायात पुलिस के अधिकारी लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। हमें रेलवे स्टेशनों और मेट्रो स्टेशनों से यात्रियों को लेकर जाने की तब तक अनुमति नहीं दी जाती है जब तक कि हम उन्हें निर्धारित रकम का भुगतान नहीं करते हैं।’
सिंह ने आरोप लगाया, ‘यातायात पुलिस सादी वर्दी में हमारे ऑटो में बैठती है और हमसे रिश्वत मांगती है। जब हम मना कर देते हैं तो वे हमारा वाहन जब्त कर लेते हैं या चालकों पर भारी जुर्माना लगाते हैं। हमने इस मामले को गृहमंत्री राजनाथ सिंह और संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) अनिल शुक्ला के पास भी उठाया है लेकिन हमारी मांग पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है। ऑटो चालकों के पास अब हड़ताल पर जाने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है।’
ऑटोरिक्शा संघ के सदस्यों ने कहा कि केंद्र सरकार को यातायात पुलिस में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
राष्ट्रीय राजधानी में तकरीबन 80 हजार ऑटोरिक्शा चलते हैं। दिल्ली ऑटोरिक्शा संघ ने दावा किया कि उसका शहर में अधिक संख्या में ऑटो चालकों पर नियंत्रण है।
दिल्ली ऑटोरिक्शा संघ के अनुसार तकरीबन 1000 ऑटोरिक्शा चालकों ने हाल में अपना वाहन बदलने के लिए सरेंडर किया है लेकिन परिवहन विभाग चालकों को बाजार से नया ऑटो खरीदने के लिए उन्हें प्रमाण पत्र नहीं जारी कर रहा है। इन वाहनों ने 15 साल की अपनी परमिट आयु पूरी कर ली थी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें अगले तीन-चार दिनों में नहीं मानी गईं तो ऑटोरिक्शा रोजाना शाम चार बजे से सड़क से दूर हो जाएंगे।