चुनाव विरोधियों पर बल प्रयोग, 45 घायल
अलगाववादियों की यहाँ रैली करने की योजना को नाकाम करने के इरादे से लागू अघोषित कर्फ्यू के बावजूद घाटी में विभिन्न स्थानों पर चुनाव विरोधी प्रदर्शनों पर पुलिस ने शिकंजा कसने का प्रयास किया, जिसमें कम से कम 45 लोग घायल हो गए।आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गंदरबल जिले में चुनाव विरोधी प्रदर्शन के दौरान सात लोग घायल हो गए जिनमें एक को उस समय गोली लग गई, जब एक प्रत्याशी के निजी सुरक्षा अधिकारी ने उस समय गोली चला दी जब उन्होंने उन्हें दौड़ाया।उन्होंने कहा कि हिलाल अहमद दर को पैर में उस समय गोली लगी जब जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (नेशनलिस्ट) के उम्मीदवार फारुक अहमद के पीएसओ ने कथित तौर पर उन लोगों के समूह पर गोली चला दी जो चुनाव विरोधी नारे लगा रहे थे और इलाके से गुजरते समय उन्हें दौड़ाया।उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया का बहिष्कार करने के अलगाववादियों के आह्वान पर गंदरबल में विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए जहाँ राज्य विधानसभा की पाँच अन्य सीटों के साथ 23 नवंबर को मतदान होना है।सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आँसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। भीड़ ने पथराव किया। सूत्रों ने कहा कि संघर्ष में छह लोग घायल हो गए।सूत्रों ने बताया कि 30 लोग उस समय घायल हो गये जब पुलिस ने आज दोपहर पुराने बारामुला नगर में चुनाव विरोधी प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल का इस्तेमाल किया।सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे और चेतावनी स्वरूप गोलियाँ चलाई ताकि भीड़ तितर-बितर हो जाए। भीड़ जुम्मे की नमाज के लिए जमा हुई थी। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में अनंतनाग, सोपियाँ, पुलवामा, सोपोर और श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों में आठ लोग घायल हो गए।पुराने नगर के निवासियों ने आरोप लगाया कि सुरक्षा बल घरों में घुस गए और घरेलू सामानों की तोड़फोड़ करने के अलावा उन्होंने महिलाओं और बच्चों सहित बासिंदों से धक्का-मुक्की की। कश्मीर बार एसोसिएशन ने भी यहाँ उच्च न्यायालय परिसर के बाहर सांकेतिक प्रदर्शन किया। एसोसिएशन ने दावा किया कि राज्य में चुनाव छलावा हैं।