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Written By वार्ता
Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) , शनिवार, 23 अगस्त 2008 (20:31 IST)

तेजी से बन रही है तीसरे मोर्चे की जमीन

तेजी से बन रही है तीसरे मोर्चे की जमीन -
वामपंथी दलों, संयुक्त राष्ट्रीय प्रगतिशील गठबंधन (यूएनपीए) तथा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और जनता दल (सेकुलर) जैसे अन्य दलों ने कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी से इतर धर्मनिरपेक्ष-लोकतांत्रिक पार्टियों के तीसरे राष्ट्रीय विकल्प के नाम स्वरूप एवं नीतियों पर गहन चर्चा शुरू कर दी है। इस महीने के अंत तक विकल्प का ठोस ढाँचा सामने आ जाने की संभावना है।

यूएनपीए के प्रमुख घटक तेलुगूदेशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू तथा प्रमुख वामपंथी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने पहले माकपा मुख्यालय और फिर नायडू के निवास पर शनिवार को तीसरे विकल्प के गठन संबंधी तमाम मुद्दों पर चर्चा की। बाद में नायडू ने चेन्नई दौरे पर गए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव एबी बर्धन और राजधानी में जद (एस) के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा को फोन कर दोनों दलों के बीच हुई चर्चा की जानकारी भी दी।

नायडू ने हैदराबाद से राजधानी पहुँचते ही आज सुबह माकपा मुख्यालय एके गोपालन भवन जाकर माकपा के महासचिव प्रकाश करात तथा अन्य नेताओं से मुलाकात की और येचुरी ने दोपहर के भोज पर नायडू के निवास पहुँचकर चर्चा को आगे बढ़ाया। मुलाकातों के बाद दोनों नेताओं ने कहा अगले सप्ताह यूएनपीए की बैठक बुलाकर घटक दलों को औपचारिक तौर पर इन चर्चाओं से अवगत कराया जाएगा। फिर संभवतः इसी महीने के अंत में सभी साथी दलों की बैठक में तीसरे राष्ट्रीय राजनीतिक विकल्प के नाम, स्वरूप, नीतियों एवं कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।