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Written By भाषा

अमेठी मेरे लिए परिवार जैसा-राहुल

राहुल गाँधी
कांग्रेस महासचिव एवं अमेठी के सांसद राहुल गाँधी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं को अपने भावनात्मक रिश्ते याद करवाए। उन्होंने कहा कि अमेठी मेरे लिए परिवार जैसा है।

राहुल ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा रिश्ता केवल राजनीतिक ही नहीं, बल्कि परिवार जैसा है। यह रिश्ता मेरी दादी इंदिरा गाँधी और पिता राजीव गाँधी के समय से है।

मेरा प्रयास हमेशा यह रहेगा कि मैं अमेठी के विकास को सुनिश्चित कर सकूँ। कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह अपना काम बहुत अच्छी तरह कर रहे है और वे आपके समर्थन के हकदार हैं। मुझे भी आपका स्नेह चाहिए।

बचपन के एक किस्से को याद करते हुए राहुल ने बताया कि मैं जब दस बारह साल का था तब अपने पिता के साथ पहली बार यहाँ आया था। तेज गर्मी के दिन थे और रास्ते बहुत खराब थे। जब मेरे पिता गाँव मे घूम रहे थे तब मैं भी उनके साथ था।

अचानक मेरी नजर एक जले हुए मकान पर पड़ी, जिसमें जला हुआ अनाज और यहाँ तक कि बर्तन भी जले हुए थे। तभी मेरी नजर एक बुजुर्ग महिला पर पड़ी, जिसने मुझे एक चॉकलेट भी दी थी और तभी से मेरे मन में अमेठी के लिए एक खास अपनापन पैदा हो गया।

अमेठी के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए राहुल ने कहा जहाँ तक अमेठी का सवाल है, मैं आपके लिए और अमेठी के विकास के लिए लड़ता रहा हूँ और जो प्यार मुझे आपसे मिला है, उसके दम पर संघर्ष को आगे भी जारी रखूँगा।

उन्होंने कहा कभी-कभी मैं यह सोच कर उदास हो जाता हूँ कि चुनाव प्रचार में यहाँ केवल एक दिन के लिए आ पाया और इस नाते मै अपनी बहन प्रियंका को धन्यवाद भी देना चाहता हूँ, जो यहाँ काफी समय दे रही हैं।

राहुल गाँधी ने अमेठी और रायबरेली के विकास के लिए किए गए कार्य और प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा मेरे पिता अपने दोनों हाथों से इस क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाते थे, मगर मेरा एक हाथ बंधा हुआ है। कारण, मुझे राज्य सरकार से सहयोग नहीं मिल पा रहा है, बल्कि वह विकास में बाधा डालती है।

उन्होंने जनता से अपील की कि हम चाहते हैं आपके सहयोग से उत्तरप्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बने और मैं दोनों हाथों से आपकी मदद कर सकूँ।