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Written By भाषा

सहारनपुर में सांप्रदायिक हिंसा, 3 की मौत

सहारनपुर में सांप्रदायिक हिंसा, 3 की मौत -
PTI
सहारनपुर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में शनिवार को भूमि विवाद को लेकर दो समुदायों के बीच हिंसक टकराव में तीन लोगों की मौत हो गई तथा करीब 19 अन्य जख्मी हो गये। वारदात के बाद शहर के छह थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आला अधिकारियों को हिंसा से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं।

सहारनपुर के मण्डलायुक्त तनवीर जफर अली ने बताया कि कुतुबशेर इलाके में स्थित विवादित जमीन पर गुरुसिंह सभा के लोगों ने तड़के निर्माण कार्य शुरू करा दिया। इसकी खबर मिलने पर दूसरे पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए और देखते ही देखते हिंसा भड़क गई।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मुकुल गोयल ने बताया कि इस दौरान हुई गोलीबारी में हरीश कोचर नामक व्यापारी नेता, आरिफ तथा एक अज्ञात व्यक्ति की मृत्यु हो गई। आगजनी में 20 से ज्यादा दुकानें खाक हो गईं।

गृह विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिंसक झड़प में छह पुलिसकर्मियों तथा एक सिटी मजिस्ट्रेट और 13 अन्य लोग जख्मी हो गए। कांस्टेबल शेंसरपाल गोली लगने से गम्भीर रूप से घायल हुआ है, जिसे पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया है।

जिले के छह थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू लगा दिया गया है, जबकि पूरे जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। प्रभावित इलाकों में आठ कम्पनी पीएसी, छह कम्पनी सीआरपीएफ, दो कम्पनी रैपिड एक्शन फोर्स तथा भारत तिब्बत सीमा पुलिस की दो कम्पनियां तैनात की गई हैं।

वरिष्ठ अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हालात की नजाकत को देखते हुए सहारनपुर के पूर्व मंडलायुक्त भुवनेश कुमार और स्पेशल टास्क फोर्स के उपमहानिरीक्षक दीपक रतन को सहारनपुर भेजा गया है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आला अधिकारियों को सहारनपुर में आज हुई हिंसा से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं।

सूचना विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने यहां बताया कि शासन तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सहारनपुर में हालात पर लगातार नजर रखे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के प्रमुख सचिव को सहारनपुर में स्थिति से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कहीं भी किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कानून-व्यवस्था हर हाल में बहाल होनी चाहिए। (भाषा)