शनिवार, 27 अप्रैल 2024
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Written By अरविन्द शुक्ला

'न सपा न बसपा, अबकी बार भाजपा'-अमित शाह

''न सपा न बसपा, अबकी बार भाजपा''-अमित शाह -
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि केन्द्र में पहली बार गैर कांग्रेसी पूर्ण बहुमत की सरकार उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं के सहयोग से बनी है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश की जनता ने ही केन्द्र में नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त किया है। उप्र में जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को देते हुए शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिली विजय हमारी नींव है। हमारा अंतिम लक्ष्य उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर प्रदेश में पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार बनाने का है।
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शाह आज स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर निराला नगर में पार्टी के मण्डल स्तर तक के पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। राष्‍ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पहली बार लखनऊ आए शाह ने कहा, मेरा दायित्व है उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनाए। जब तक उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बन जाती और पार्टी का कोई कार्यकर्ता मुख्‍यमंत्री के रूप में शपथ नहीं ले लेता तब तक मेरा काम समाप्त नहीं होगा। हमें जिस प्रकार के देश की रचना करनी है। जिस प्रकार के हिन्दुस्तान की कल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने की है, वह कल्पना तब तक साकार नहीं हो सकती जब तक उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बन जाती।

शाह ने उत्तर प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त करके मानो उत्तर प्रदेश की जनता ने गुनाह कर दिया हो। राज्य की जनता पर कुशासन का कहर बरपाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने जो जनादेश दिया अखिलेश सरकार और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव उस जनादेश के सम्मान के बजाय उससे संघर्षा पर उतारू हैं। राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। वोट बैंक की राजनीति के चलते एकतरफा कार्रवाही की जा रही है। शाह ने उत्तर प्रदेश के अंदर कानून व्यवस्था के लिए अखिलेश सरकार की तुष्टिकरण की नीति और वोट बैंक की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति ने पुलिस प्रशासन को एकतरफा कार्रवाही करने को मजबूर कर दिया है। लेकिन लोकतंत्र में सत्ता की अति पतन का कारण होती है। शाह ने राज्य में बढ़ते दंगों पर अखिलेश सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जनता जानती है कि दंगा कौन करा रहा है और इसके लिए कौन जिम्मेदार है? राज्य की पुलिस क्या कर रही है।

उन्होंने सहारनपुर दंगे का जिक्र करते हुए कहा कि दंगों में अखिलेश सरकार की भूमिका पर उठते सवालों पर बचाव में आगे आए सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने अपनी ही पार्टी की समिति बनाकर दंगों के कारणों की जांच की बात की। शाह ने मीडिया से आग्रह किया कि वह सपा द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट को संज्ञान में न ले। क्योंकि अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए सपा द्वारा बनाई गई समिति की रिपोर्ट को कैसे मान्यता दी जा सकती है। उन्होंने कहा विधानसभा चुनावों में जनता जनादेश के माध्यम से राज्य में भाजपा की सरकार बनाए।

प्रदेश में व्याप्त बिजली संकट के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए शाह ने कहा, जनता ने भाजपा को वोट दिया, इसलिए बिजली नहीं मिल रही है ऐसा नहीं है। बल्कि राज्य सरकार में बिजली उत्पादन का माद्‌दा ही नहीं है। अखिलेश सरकार अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए पुराने साथियों को मनाने में तो जुटी है लेकिन राज्य में बिजली उत्पादन की उसकी मंशा नहीं है।

प्रदेश के विभिन्न जिलों में आई बाढ़ पर गहरी चिन्ता जाहिर करते हुए शाह ने कहा, मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव सहित सत्तारुढ़ दल के किसी भी मंत्री-विधायक ने बाढ़ पीड़ितों का हाल जानने की जरूरत नहीं समझी। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे हरसंभव कोशिश करके बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनता की मदद में जुटें।

शाह ने केन्द्र की मोदी सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि यूपीए सरकार में विरासत में हमें अव्यवस्था ही अव्यवस्था मिली है। फिर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रत्येक विभाग का अलग-अलग रोड मैप तैयार कर दिया है। जिसके अच्छे परिणाम शीघ्र ही जनता के सामने आएंगे। शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को मोदी सरकार के खिलाफ भ्रामक प्रचार में न फंसने की सलाह दी। उन्होंने कहा, महंगाई, विकास दर, रुपए/डॉलर का मूल्य, कृषि विकास दर सहित किसी भी मुद्‌दे पर पार्टी कार्यकर्ता जनता के बीच दावे के साथ कहें कि मोदी सरकार हर चीज ठीक कर देगी। अभी हमने सत्ता संभाली है। कुछ समय में सब चीजें अपने-आप ठीक होने लगेंगी।

शाह ने अलगाववादियों के पाक द्वारा वार्ता के फैसले बाद विदेश सचिव स्तर की वार्ता को रद्‌द किए जाने के फैसले को भारत के गौरव के साथ जोड़ते हुए कहा कि हमारे पड़ोसी देश को अब यह तय करना होगा कि वह अलगाववादियों के साथ बात करेगा या भारत के साथ। उन्होंने कहा, हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं लेकिन इसके लिए भारत के हितों व सम्मान के साथ समझौता नहीं किया जाएगा।

शाह ने चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में अभूतपूर्व सफलता का दावा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों तक पार्टी कार्यकर्ता किसी अन्य चीज पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा, पार्टी संगठन को मजबूत करते हुए ग्राम समिति/बूथ समिति को सुदृढ़ करते हुए जनता की समस्याओं को लेकर आंदोलन करें। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश की जनता सपा-बसपा के कुशासन में त्रस्त हो चुकी है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि राज्य में पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार बनाने के लिए जनता के बीच 'न सपा, न बसपा अबकी बार भाजपा' के नारे के साथ जाए।

इसके पूर्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पहली बार लखनऊ आए अमित शाह का स्वागत करते हुए कहा कि शाह के मार्गदर्शन में उप्र में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजय का परचम लहराया। उन्होंने कहा शाह के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष बनने में प्रदेश कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। डॉ. बाजपेयी ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर अखिलेश सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में सपा सरकार के सत्तारुढ़ होने के बाद से विकास की बात करना तो दूर, बहनों की इज्जत व उनको घर में रहना तक मुश्किल हो गया है।

डॉ. बाजपेयी ने एक वर्ग विशेष के आगे अखिलेश सरकार के मजबूर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में होने वाली हर संगीन घटना में एक वर्ग विशेष का मुलजिम होने के करण अखिलेश सरकार कार्रवाही में बचती है। उन्होंने कहा, अब तो सरकार के मंत्री आजम खां भी राज्य की कानून व्यवस्था पर अपनी ही सरकार के खिलाफ सवाल उठा रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, कानून व्यवस्था का सवाल उठाने के बाद या तो अखिलेश सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए या आजम खां को मंत्री पद त्याग देना चाहिए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में विजय का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि उप्र के कार्यकर्ता राष्‍ट्रीय अध्यक्ष की अपेक्षा के अनुरूप आगे भी काम करते रहेंगे।

इसके पूर्व पार्टी के राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा, राष्‍ट्रीय महामंत्री राम शंकर कठेरिया, राष्‍ट्रीय मंत्री श्री कांत शर्मा, अरुण सिंह, विधान मण्डल दल के नेता सुरेश खन्ना, विधान परिषद दल के नेता हृदय नारायण दीक्षित सहित अन्य नेताओं ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। संचालन प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया।

इस अवसर पर पार्टी के राष्‍ट्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश, पूर्व मुख्‍यमंत्री कल्याण सिंह, राष्‍ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापतिराम त्रिपाठी, सूर्य प्रताप शाही, वरिष्‍ठ नेता एवं पूर्व मंत्री लालजी टंडन, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल सहित बड़ी संख्‍या में पार्टी पदाधिकारी व सांसद-विधायक उपस्थित रहे।