शनिवार, 27 अप्रैल 2024
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Written By WD

जम्मू सीमा पर युद्ध का माहौल

-सुरेश एस डुग्गर

जम्मू सीमा पर युद्ध का माहौल -
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श्रीनगर। जम्मू सीमा पर युद्ध का माहौल है। सीजफायर के बावजूद पाक सेना की गोलाबारी में दो लोगों की मौत हो गई है। बीएसएफ के 6 जवानों समेत बीसियों लोग जख्मी हो गए।

जम्मू सीमा के कई गांवों में तबाही का भयानक मंजर कितना है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग घरों का त्याग कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ले चुके हैं। दर्जनों मकानों की छतों को मोर्टार के गोले भेद कर उन्हें तबाह कर चुके हैं और कई पशु पाकिस्‍तानी गोलियों का शिकार हो चुके हैं।

पाकिस्‍तानी सेना ने यह बिना उकसावे की गोलाबारी देर रात को आरंभ की थी। उसने जम्मू सीमा की करीब अढ़ाई दर्जन सीमा चौकियों और 18 गांवों को निशाना बनाया तो दो नागरिकों की मौत हो गई। बीसियों अन्य जख्मी हैं जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। इनमें 6 बीएसएफ जवान भी शामिल हैं। कइयों की दशा नाजुक है।

देर रात पाक सेना ने जम्मू सीमा के कई गांवों के साथ ही पुंछ में भी एलओसी पर कई गांवों को गोलों की बरसात से पाट दिया था। जबरदस्त गोलाबारी के कारण जम्मू सीमा के दर्जनों गांवों से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। पलायन करने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 3 हजार है, पर सीमा क्षेत्रों का दौरा करने पर पता चलता है कि घर-बाहर त्यागने वालों की तादाद 10 हजार से अधिक है।

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने फौरन पोजीशन ली और जवाबी कार्रवाई की। सात बजे तक दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी जारी थी। अधिकारी ने बताया कि पाकिस्‍तानी रेंजरों ने सीमा के पास जम्मू के अरनिया और आरएस पुरा उप सेक्टर में रात साढ़े बारह बजे से 82 मिमी के मोर्टार दागे और स्वचालित राइफलों से 22 सीमा चौकियों को तथा रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाया।

आरएस पुरा के उप संभागीय पुलिस अधिकारी देवेन्द्रसिंह ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से दागा गया एक मोर्टार जोरा फार्म में एक मकान पर गिरा जिससे छत ध्वस्त हो गई और अकरम हुसैन और उसके बेटे असलम की मौत हो गई तथा परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए।

जम्मू जोन के संभागीय आयुक्त शांत मनु ने बताया कि सात से आठ गांवों के कम से कम 3000 लोग पाकिस्तानी सैनिकों की गोलाबारी के दायरे में आए। इन लोगों को जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर वहां से हटाकर अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

उन्होंने बताया कि इन लोगों को बस्सूपुर बंगलो के रंगपुर स्थित सरकारी हाईस्कूल तथा आरएस पुरा में सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में जगह दी गई है। दोनों इमारतों की पहचान जिला प्रशासन ने पाकिस्तान से गोलाबारी के दौरान आपात योजना के तहत नागरिकों को ठहराने के लिए की थी।

अधिकारी ने बताया कि प्रशासन और पुलिस अधिकारी आरएस पुरा में ठहरे हुए हैं। वहां सीमावर्ती गांवों के लोगों को ठहराने के इंतजाम किए गए हैं। जम्मू जिले में कल पल्लांवाला सेक्टर की चलका चौकी में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्‍तान अधिकृत कश्मीर से आने वाली एक संभावित सुरंग का पता चलने के बाद यह गोलाबारी हुई।

पाकिस्तानी सैनिकों ने एक पखवाड़े में 16 बार और इस माह में 18 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद से जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजरों की ओर से उल्लंघन किए जाने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पाकिस्तानी सैनिकों ने आज दो बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर हमीरपुर उप सेक्टर में उन्होंने गोलीबारी की जिसका भारतीय सैनिकों ने समुचित जवाब दिया।

पाकिस्‍तानी रेंजरों ने कम से कम 18 सीमाई गांवों पर मोर्टार दागे जिससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रह रहे लोगों में दहशत फैल गई। इस संषर्घ विराम उल्लंघन में बीएसएफ के एक जवान सहित कई लोग घायल हो गए और 24 मकानों को नुकसान पहुंचा।