Last Updated :नजफ , रविवार, 27 जुलाई 2014 (00:31 IST)
यहां दफन हैं 50 लाख से ज्यादा शव...
इराक के नजफ शहर में दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है। यह 1400 वर्ष पुराना है और यहां पचास लाख से ज्यादा शव दफन हैं और ऐसा भी नहीं है कि यहां पर शवों के दफनाए जाने का सिलसिला बंद हो गया है।
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यहां बनी कब्रों के पत्थर इतनी दूर तक फैले हुए हैं, जितनी दूर तक आपकी आंखें देख सकती हों। नजफ की वादी अल सलाम (शांति की घाटी) सबसे पुराना इस्लामी कब्रिस्तान है और शिया मुस्लिमों के पवित्र शहर नजफ के पास है।
चूंकि यह स्थान इमाम अली इब्न अबी तालिब की कब्र के पास है, इसलिए प्रत्येक शिया धर्मावलंबी चाहता है कि उसे भी यहीं दफनाया जाए। इमाम अली पहले शिया इमाम थे और वे चौथे खलीफा भी थे।
वादी अल सलाम में प्रत्येक वर्ष कब्रों की संख्या 5 लाख की रफ्तार से बढ़ रही है, लेकिन हाल ही में देश में होने वाले गृह युद्ध के कारण मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मृत लोगों के परिजन चाहते हैं कि उन्हें इसी वादी में आखिरी ठिकाना मिले।