Last Modified: जोहानिसबर्ग ,
मंगलवार, 26 जुलाई 2011 (11:09 IST)
21 घंटे मुर्दाघर में रहने के बाद उठ बैठा
एक दक्षिण अफ्रीकी व्यक्ति की जब नींद खुली तो उसने खुद को मुर्दाघर के फ्रीजर में पाया। करीब एक दिन पहले उसके परिवार वालों ने सोच लिया था कि वह मर गया है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता शिज्वे कुपेलो ने बताया कि रविवार को दोपहर बाद यह व्यक्ति सोकर उठ बैठा। 21 घंटे पहले उसके परिवार वालों ने एक सहायक को बुलाकर इस व्यक्ति को दमे के दौरे के बाद मुर्दाघर भेज दिया।
मुर्दाघर के मालिक आयंदा माकोलो ने बताया कि परिवार वालों ने जैसे ही मौत की सूचना दी उन्होंने अपने ड्राइवर को शव को लाने के लिए भेज दिया। माकोलो ने बताया कि उन्होंने सोचा था कि यह कोई 80 साल का व्यक्ति होगा।
माकोलो ने बताया कि जब ड्राइवर वहां पहुंचा तो उसने शव का परीक्षण किया। उसकी नब्ज, दिल की धड़कन सुनने की कोशिश की लेकिन कुछ नहीं बचा था। लेकिन शव को मुर्दाघर के फ्रीजर में रखने के एक दिन बाद मुर्दाघर के कर्मचारियों ने भीतर से किसी की मदद के लिए चिल्लाने की आवाज सुनी। उन्होंने सोचा कि यह कोई भूत है।
माकोलो ने बताया कि मुझे इस पर यकीन ही नहीं हुआ। मैं खुद भी डर गया। मैंने पुलिस को बुलाया। पुलिस के आने के बाद कर्मचारी मुर्दाघर में एक साथ घुसे।
कर्मचारियों ने जब इस व्यक्ति को निकाला तो वह पीला पड़ा हुआ था। उसने हम लोगों से पूछा कि मैं यहां कैसे आया। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इसके बाद इस व्यक्ति को निकट के अस्पताल में जांच के लिए ले जाया गया और डाक्टरों ने बाद में उसे छुट्टी दे दी। (भाषा)