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Written By भाषा

गुजरात दंगों पर माफी नहीं मांगना चाहते मोदी

गुजरात दंगों पर माफी नहीं मांगना चाहते मोदी -
अहमदाबाद। गुजरात में 2002 के दंगों पर माफी मांगने के सवाल को टालते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनसे माफी मांगने के बारे में कहने से पहले कांग्रेस को पहले अपने पापों का लेखा-जोखा देना चाहिए।
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मोदी से एक साक्षात्कार के दौरान पूछा गया था कि उनसे राज्य में हुए दंगों के बारे में माफी मांगने को कहा जाता है जो उनके मुख्यमंत्री काल में हुए थे।

मोदी से पूछा गया था कि गुजरात दंगों के विषय में कई तरह के आरोप हैं, आपने खेद प्रकट किया है लेकिन माफी नहीं मांगी, ये लोग आपसे माफी मांगने को कह रहे हैं। उन्होंने इस पर सवाल किया कि ये कौन लोग हैं? क्या ये कांग्रेस है? कांग्रेस से कोई मुझसे मिलने नहीं आया। किसी ने भी इसके बारे में बात नहीं की। कांग्रेस के लोगों को दूसरों से हिसाब मांगने से पहले अपने पापों का लेखाजोखा देना चाहिए।

अगले पन्ने पर... मोदी ने पूछा सवाल, क्या आप खतरे में हैं...


भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार से यह पूछा गया था कि क्या वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम के उन बयानों से सहमत है कि वह देश के लिए खतरा हैं। मोदी ने सवाल किया क्या आप खतरे में हैं? मैंने 10 वर्ष के कार्यकाल में मनमोहन सिंह को इस तरह से बोलते नहीं सुना।

मोदी ने कहा कि वह पिछले 12 से 15 वर्षों से मुख्यमंत्री के रूप में गुजरात की सेवा कर रहे हैं। अगर कोई खतरा होता तब गली मोहल्ले में रहने वालों को भी होता।

मोदी लहर के बारे में एक सवाल के जवाब में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि भाजपा की लहर है, मोदी लहर नहीं। मोदी पार्टी से बड़ा नहीं है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भाजपा नीत राजग 300 सीटें जीतेगी।

आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं को पसंद की सीट नहीं मिलने के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि मैं सीटों के बंटवारे पर फैसला नहीं करता।

वाड्रा के खिलाफ बदले की कार्रवाई नहीं...


रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े एक सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि अगर उनकी सरकार बन जाती है तो रॉबर्ट वाड्रा की न तो गिरफ्तारी होगी और न ही बदले की भावना से किसी तरह की कार्रवाई। मोदी ने कहा कि इतना व्यक्तिवादी रुख अपनाना भी नकारात्मक सोच है।

मोदी ने कहा कि बदले की भावना का लोकतंत्र में कोई रोल नहीं है। मेरे साथ हुआ है, 12 साल तक हुआ है। मेरे मन में ऐसा विचार भी आना नहीं चाहिए। लोकतंत्र इसके लिए नहीं है और मोदी को तो बिल्कुल नहीं करना चाहिए लेकिन कानून अपना काम करेगा। मोदी या मोदी सरकार का इसमें कोई रोल नहीं होना चाहिए।