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Written By भाषा

विपक्ष की विचारधारा पर क्‍या बोलीं प्रियंका...

विपक्ष की विचारधारा पर क्‍या बोलीं प्रियंका... -
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रायबरेली। कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को परोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी पर व्यक्तिवाद से ग्रस्त पार्टी होने का आरोप लगाते कहा कि विपक्षी दलों के विपरीत उनकी पार्टी की विचारधारा लोगों को जोड़ने की है और उम्मीद है कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता सही निर्णय लेकर देश के मजबूत भविष्य के लिए कांग्रेस को वोट देगी।

प्रियंका ने अपनी मां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली में अपना अभियान शुरू करते हुए अमावां के रसेहटा गांव में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस की विचारधारा जनता को मजबूत करने की है जबकि दूसरी विचारधारा कुछ लोगों को आगे बढ़ाने और दूसरों को नकारने की है।

उन्होंने कहा, एक विचारधारा हमारी है कि जनता मजबूत बने। कांग्रेस ने जितनी योजनाएं बनाईं सब आपको मजबूत करने के लिए बनाईं। चाहे वह भोजन का अधिकार हो, शिक्षा का अधिकार हो या सूचना का अधिकार हो। जब इंसान में अपने अधिकारों का एहसास होगा तो उसमें सफलता के लिए अभिलाषा बढ़ती है।

प्रियंका ने भाजपा की तरफ इशारा करते हुए कहा, दूसरी विचारधारा है कि सारी क्षमताएं एक व्यक्ति में हों। एक व्यक्ति सारे निर्णय लेगा। जितना भी सरकार का काम है, जितनी योजनाएं हैं, कार्यक्रम हैं, वे सब कुछ चुने हुए व्यक्तियों के हाथों में होंगे। यह बहुत विपरीत तरह की विचारधारा है।

कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका ने कहा, कांग्रेस की विचारधारा जोड़ने की रही है। हम देश की एकता के लिए काम करते हैं। विपक्षी दलों की यह विचारधारा है कि वे कुछ लोगों को आगे बढ़ाना चाहते हैं और दूसरों को नकारते हैं।

उन्होंने कहा, रायबरेली में सिर्फ सोनियाजी का चुनाव नहीं है। सिर्फ अपने भविष्य के लिए नहीं बल्कि देश के भविष्य के लिए भी सोचना है। हमें पूरा विश्वास है कि जनता से ज्यादा समझदार कोई नहीं है। आप सही निर्णय लेंगे, सही पार्टी को चुनेंगे और देश का भविष्य मजबूत बनाएंगे।

प्रियंका ने भावनात्मक अपील करते हुए कहा, जब आप मतदान का निर्णय लेंगे तो यह भी सोचिएगा कि रायबरेली इंदिराजी का क्षेत्र था। क्षेत्र में मिलीजुली संस्कृति का विकास हुआ है। शांति से सब लोग मिलजुलकर रहे हैं। प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बिना प्रियंका गांधी ने कहा कि यह दूसरी प्रकार की विचारधारा इस बात में यकीन करती है कि सत्ता कुछ चुनिंदा लोगों के पास ही केंद्रित होनी चाहिए।

प्रियंका ने कहा कि जो इस प्रकार की विचारधारा में यकीन रखते हैं़ वे कहते हैं, मेरी बात सुनो, मैं सभी फैसले लूंगा। सारी क्षमताएं मुझमें हैं और ऐसा देखने के लिए आपको वोट करना चाहिए।.... आप लोगों को सोचना होगा कि क्या सत्ता लोगों के हाथों में आनी चाहिए या यह किसी एक व्यक्ति के हाथों में केंद्रित होनी चाहिए? क्या देश में एकता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए या सांप्रदायिकता को?

इससे पूर्व, रासेता में एक बैठक को संबोधित करते हुए प्रियंका ने कहा, एक विचारधारा ऐसी है जिसके तहत हम आम आदमी को सशक्त बनाना चाहते हैं। हमारी सभी योजनाएं इसी मकसद को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं कि आप लोग मजबूत हों।

उन्होंने मोदी का नाम लिए बिना कहा, लेकिन दूसरी ओर, एक अन्य विचारधारा है जिसमें सभी शक्तियां एक व्यक्ति के हाथ में केंद्रित हों, जहां एक व्यक्ति द्वारा लिए गए निर्णय सभी लोगों पर लागू हों और सभी सरकारी नीतियां तथा कार्यक्रम कुछ चुनिंदा लोगों को लक्षित करके ही तय हों। यह एक अलग विचारधारा है।

विभिन्न गांवों में दर्जनों बैठकों को संबोधित करने वाली प्रियंका ने लोगों को यह बताने की भी कोशिश की कि सड़कों की मरम्मत और देखरेख की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। विपक्षी दल इस हाई प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्र में सड़कों की खराब हालत तथा मूलभूत सुविधाओं की कमी को बड़ा मुद्दा बना रहे हैं।

प्रियंका ने कहा, मैं अक्सर सुनती हूं कि यहां खोली गई रेल कोच फैक्टरी में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है, लेकिन जब यहां इस प्रकार की कोई फैक्टरी बनाई जाती है तो इसमें नौकरी हासिल करना स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजित करने का एकमात्र रास्ता नहीं है। इससे उनको अन्य तरह के फायदे होते हैं। जैसे जमीन की कीमतें बढ़ती हैं और बाद में विभिन्न प्रकार के अन्य अवसर पैदा होते हैं।

उन्होंने कहा, जहां तक सड़कों की मरम्मत और देखभाल का सवाल है, इसमें केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं होती। ये राज्य सरकार की जिम्मेदारियां हैं। कई बार यह काम ठीक से नहीं किया जाता। निर्वाचन क्षेत्र में ग्रामीण सड़क निर्माण और गांवों में विद्युतिकरण जैसे विकास कार्यो का श्रेय सोनिया गांधी को देते हुए प्रियंका ने कहा, केंद्र सड़कें बनवाता है, लेकिन उनकी मरम्मत का काम राज्य की जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा, हम राज्य में सरकार में नहीं हैं। ग्रामीण विद्युतिकरण का कार्य हर गांव में केंद्रीय धन से किया गया है लेकिन शिकायतें मिल रही हैं कि यहां बिजली नहीं है। बिजली आपूर्ति राज्य सरकार का काम है।

लोकसभा चुनाव को विचारधाराओं की लड़ाई करार देते हुए प्रियंका कहती हैं कि निर्वाचन क्षेत्र के लोग न केवल चुनाव में अपना प्रतिनिधि चुनने जा रहे हैं बल्कि वे इस बात का भी चुनाव करेंगे कि क्या वे समग्रता और विशिष्टता की राजनीति को प्रोत्साहित करना चाहते हैं?

ग्रामीणों के साथ संवाद कायम करते हुए प्रियंका ने कहा कि उन्हें मंच से भाषण देना अच्छा नहीं लगता बल्कि वे लोगों से बातचीत करना अधिक पसंद करती हैं। प्रियंका ने कहा, जब भी मैं आपके पास आती हूं, मेरा आपके बीच आने का, बात करने का मन करता है, लेकिन वरिष्ठ नेता मुझे ऐसा नहीं करने देते।

उन्होंने रायबरेली से अन्य दलों द्वारा खड़े किए गए उम्मीदवारों पर हमला बोलते हुए कहा, आपके पास 4-5 उम्मीदवार हैं मुझे नहीं पता कि उनके क्या नाम हैं। मुझे लगता है कि आपको भी नहीं पता होगा। प्रियंका ने कहा कि विकास कार्य एक सतत प्रक्रिया है और कांग्रेस विकास के लिए काम कर रही है तो वहीं विपक्ष लोगों को बांटने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा कि दो विचारधाराएं हैं जो इस चुनाव में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं। विपक्ष की ओर के उम्मीदवार वे हैं जो आपको चुनाव के बाद दिखेंगे ही नहीं। इससे पूर्व उन्होंने कहा, यह इंदिराजी की कर्मभूमि है। इस इलाके के लोगों में कभी विभाजन नहीं हुआ और यहां एक बंधी हुई संस्कृति है। कांग्रेस की विचारधारा लोगों को एकजुट करने और देश की एकता को बनाए रखने की है लेकिन विपक्षी पार्टी की विचारधारा बांटने की है।

उन्होंने कहा, चुनाव केवल सोनिया गांधी या इस क्षेत्र के बारे में नहीं है। इस चुनाव से केवल इस क्षेत्र का विकास ही संबंधित नहीं है। हमें देश के भविष्य के बारे में सोचना होगा और मुझे आपकी समझ पर भरोसा है और मुझे पता है कि आप सही पार्टी को चुनेंगे। (भाषा)