मणिपुर पर दूसरे दिन भी संसद में हंगामा, कार्यवाही स्थगित
Manipur viral video : मणिपुर में महिलाओं के साथ शर्मसार करने वाली घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बवाल मचा हुआ है। संसद से सड़क तक गुस्सा दिखाई दे रहा है। विपक्षी सांसदों के हंगामें की वजह से लोकसभा की कार्रवाई दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी नहीं था हंगामा, इस पर लोकसभा सोमवार तक स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही भी 2.30 बजे तक स्थगित हो गई।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को फटकारते हुए कहा कि नारेबाजी से समस्या हल नहीं होगी। हंगामा नहीं थमता देख उन्होंने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी। इस बीच राजनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार मणिपुर पर संसद में चर्चा चाहती है लेकिन विपक्ष इस मामले पर गंभीर नहीं है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मणिपुर मामले में राजनीति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि ये बहुत संवेदनशील मुद्दा है और विपक्ष को इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। ये महिलाओं के सम्मान से जुड़ा हुआ मुद्दा भी है।
बसपा प्रमुख ने शुक्रवार को अपने ट्वीट में कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ भीड़ द्वारा जो दरिंदगी की गई, वह अत्यंत ही दुःखद, शर्मनाक तथा दिल को दहलाने वाली घटना है। राज्य व केन्द्र की सरकार को भी ऐसे आपराधिक तत्वों को इतनी सख्त सज़ा दिलवानी चाहिए कि इस प्रकार के जघन्य अपराध की आगे कहीं भी पुनरावृत्ति ना हो सके।
उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर अब जो राजनीति की जा रही है वह भी अनुचित एवं चिंतनीय। संसद में इस पर जरूर सार्थक चर्चा होनी चाहिए। इस घटना का माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी खुद संज्ञान लिया है, जिसे दबाया नहीं जा सकता है। अर्थात् मणिपुर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सभी को गंभीर होना जरूरी।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि मणिपुर में पिछले 77 दिन से अराजकता का माहौल बना हुआ है। अगर ये कहा जाए कि वहां पर सरकार और प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है तो ये गलत बात नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस विषय पर सदन में बोलने की मांग करते हुए सवाल किया कि पिछले 78 दिन मणिपुर में जो हो रहा है उसका जिम्मेदार कौन हैं? उन्होंने कहा कि अगर पीएम मणिपुर पर सदन के बाहर बोल सकते हैं तो अंदर क्यों नहीं बोल सकते। तो सदन के अंदर क्यों नहीं बोल सकते?
वहीं AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मणिपुर हमारे देश का अभिन्न अंग है और वहां जो दरिंदगी की घटनाएं सामने आ रही हैं, उससे पूरे हिंदुस्तान का दिल दहल गया है। उन्होंने केंद्र सरकार नींद से इस विषय पर चर्चा कराने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी और मनिकम टैगोर ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। सांसद की यह भी मांग है कि प्रधानमंत्री को सदन में बोलना चाहिए।