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Written By सुरेश डुग्गर
Last Modified: शनिवार, 23 मार्च 2019 (18:20 IST)

आतंकियों का असली चेहरा तो यह है, मासूम आतिफ का गला रेत दिया

आतंकियों का असली चेहरा तो यह है, मासूम आतिफ का गला रेत दिया - Terrorist criminal innocent atif
जम्मू। इसे अपराधियों की जंग ही कहा जाएगा जिसमें जेहाद की आड़ में आतंकियों ने उस समय मासूम 12 साल के बच्चे को बंधक बनाकर मार डाला जब वे उसकी बहन के साथ शादी करने में नाकाम रहे थे।
 
लड़के को बंधक बना लेने के मामले में ग्राम प्रधान का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह पाक आतंकियों से बच्चे की रिहाई की अपील करते हुए इस कृत्य को ‘जहालत’ बताते नजर आ रहे हैं। लड़के की बाद में हत्या कर दी गई। यह वीडियो उसकी हत्या किए जाने से पहले का है। हाजिन के मीर मोहल्ला के एक बुजुर्ग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
 
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के हाजिन में एक आतंकी ने जबरन लड़की से शादी करने के लिए उसके नाबालिग भाई, पिता, चाचा सहित आठ लोगों को बंधक बना लिया। पुलिस ने सात लोगों को उसके कब्जे सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन लड़की के नाबालिग भाई आतिफ हुसैन मीर को नहीं बचा पाई। आतंकी ने तालिबानी अंदाज में गला रेत कर उसकी हत्या कर दी।
 
आतिफ हाजिन के गुडविल स्कूल में चौथी कक्षा का छात्र था। एसएसपी बांदीपोरा राहुल मलिक ने बताया कि मुठभेड़ में लश्कर के दो आतंकी अली भाई और हुबेब को मार गिराया गया। उन्होंने बताया कि गुरुवार को आतंकियों ने लड़की के भाई, पिता, चाचा सहित आठ लोगों को बंधक बना लिया, जिनमें से छह लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में करीब दो घंटे लग गया और बाकी के दो को आतंकियों ने नहीं छोड़ा, जिनमें चाचा अब्दुल हमीद (60) और भाई आतिफ मीर (12) शामिल थे। बाद में स्थानीय औकाफ कमेटी की मदद से एलान करवाया गया। उसके बाद युवक की मां और चाची को अंदर भी भेजा गया।
 
एसएसपी के अनुसार जिस समय उन्होंने रूम में प्रवेश करने की कोशिश की उस दौरान आतंकियों ने फायरिंग की। बावजूद इसके बच्चे के चाचा को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि मीर आतंकी अली के कब्जे में है और वह उसके गले पर चाकू रखा हुए है।
 
मलिक ने बताया कि रात 9 बजे 6 बजे तक इंतजार किया गया, कोई फायरिंग नहीं की गई और मजिस्ट्रेट द्वारा अपील करवाई गई। इन सब प्रयासों के बाद हुई मुठभेड़ में आतंकियों को मार गिराने में सफलता जरूर मिली, लेकिन हमें इस बात का अफसोस है कि हम केवल एक ही बंधक को बचा पाए और दूसरे को आतंकी ने मार दिया।
 
उन्होंने पुलिस से कहा कि मैंने अपने भतीजे को बाहर लाने की कोशिश की। मैंने उनसे विनती की लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ। पुलिस ने बताया कि आतंकियों पर दबाव बढ़ने से उन्होंने आतिफ की हत्या कर दी।
 
एसएसपी ने बताया कि अली उस युवक की बहन से शादी करना चाहता था और इसी के चलते उसने लड़के समेत उसके पिता और चाचा को भी बंधक बना लिया। उसकी जिद थी कि जब तक लड़की नहीं आएगी तब तक वह बंधक बनाए गए लोगों को नहीं छोड़ेगा। परिजन इस सबके हक में नहीं थे और उन्होंने लड़की को पहले से ही बाहर भेज दिया था। आतंकियों की इस कार्रवाई पर इलाके में गम और जबरदस्त गुस्से की लहर भी है।
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