मुसलमान थे साईं, खाते थे गो मांस- शंकराचार्य
वाराणसी। द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि एक बार फिर साईं पर विवादित बयान देते हुए कहा है कि वह मुसलमान थे और वह गो मांस खाते थे।
उन्होंने कहा कि साईं गोमांस खाते थे और फातिया पढ़ा करते थे। शिर्डी के साईं ट्रस्ट ने हिंदुओं को ठगकर 13 अरब से ज्यादा रुपए बनाए हैं। साईं ने हिन्दुओं को ठगा है और महाराष्ट्र सरकार ने 1300 एकड़ जमीन ट्रस्ट को दे दी।
स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि अजमेर में चिश्ती की दरगाह और ताजमहल के नीचे शिवलिंग मौजूद है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि 'सबका मालिक एक है', ये गुरुनानक जी की वाणी थी, साईं की नहीं। साईं मुसलमान थे। उनकी मूर्ति हिंदू मंदिरों में नहीं रखी जानी चाहिए। सरकार को इसे रोकना चाहिए।
साईं पर धारावाहिक बनाकर चमत्कार दिखाकर जनता को बेवकूफ बनाया गया है। साईं ट्रस्ट ने 13 अरब से ज्यादा रुपए जमा किए हैं। ये पैसे देश के 13 अलग-अलग बैंकों में जमा हैं। साईं ट्रस्ट 1200 करोड़ रुपए से शताब्दी समारोह मनाकर हिंदुओं को ठगने की तैयारी में है।
उन्होंने कहा कि साईं बाबा को हिंदू देवताओं की मुद्रा में दिखाया जाता है। कभी वे कृष्ण की तरह बंसी बजाते हैं, कभी शेषनाग पर बैठते हैं, तो कभी शिव की मुद्रा में रहते हैं। साईं बाबा के जुड़े लोग गलत प्रचार कर रहे हैं।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद की दीवारों पर भगवान के चित्र आज भी मौजूद हैं। फर्स्ट फ्लोर पर मस्जिद है, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर आज भी मंदिर है। सामने नंदी विराजमान हैं।