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Last Modified: सोमवार, 15 मई 2017 (22:51 IST)

रैंसमवेयर से भारत को बड़ा खतरा नहीं : रविशंकर प्रसाद

रैंसमवेयर से भारत को बड़ा खतरा नहीं : रविशंकर प्रसाद - Ransomware Ravi Shankar Prasad
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि दुनियाभर में खलबली मचा रहे वानाक्राई रैंसमवेयर साइबर हमले से भारत को कोई विशेष खतरा नहीं है। देश में एक आध ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिन पर आसानी से काबू कर लिया जाएगा।
 
शुक्रवार को भारत समेत दुनिया के करीब 100 देशों में हलचल मचाने वाले साइबर हमले के पीछे एक बडी साजिश का हवाला देते हुए खबरों मे कहा गया है कि हैकर वानाक्राई के जरिए विंडोज आधारित कंप्यूटर प्रणाली को निशाना बना रहे हैं और उसके पासवर्ड को लॉक कर लोगों इसे खोलने के लिए बिटक्वाइन और डॉलर में फिरौती की मांग कर रहे हैं।
 
रविशंकर ने वानाक्राई साइबर हमले के भारत में संभावित खतरे के सवाल पर यहां मीडिया से कहा कि भारत को इससे कोई बड़ खतरा नहीं है। केरल और आंध्रद्रेश में कुछ स्थानों पर इसका असर देखने को मिला है लेकिन उस पर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश का नेशनल इनफार्मेटिक सेंटर एनआईसी इससे पूरी तरह अछूता है और उसे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। सभी एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं और कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
 
रविशंकर का बयान ऐसे समय आया है जब देश में केरल, आंध्रप्रदेश और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में वानाक्राई रैंसमवेयर हमले की खबर आई है। इस बीच सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाली साइबर अपराध मोचन टीम ' आईसीईआरटी'  ने अपनी वेबसाइट पर वानाक्राई साइबर हमले से बचाव के कई तरीके सुझाते हुए लोगों से साइबर हमलावरों की धमकियों के जाल में नहीं फंसने की सलाह दी है।
 
विशेषज्ञों ने कहा है कि यदि ऐसा कुछ भी हो तो इसकी जानकारी तुरंत स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों तक पहुंचाई  जाएं। बचाव के तरीकों में कंप्यूटरों में एंटी वायरस सॉफ्टवेयर के साथ ही माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की ओर से उपलब्ध कराए गए सुरक्षा पैच लगाने और संदिग्ध ई-मेल संदेशों को खोलने और उनके साथ अटैच की गई फाइलों को डाउनलोड करते वक्त पूरी सावधानी बरतने को कहा है। 
 
आईसीईआरटी के अनुसार फिलहाल रैंसमवेयर के सात संस्करणों का पता लग चुका है। सीईआरटी की स्वच्छता केंद्र वेबसाइट पर इन संस्करणों का पता लगाने के लिए एक सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है। कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वालों को सलाह दी जाती है कि वे वेबसाइट पर जाकर इस सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर पर डाउनलोड कर लें। यह मुफ्त उपलब्ध है। यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर प्रणाली में मौजूद किसी भी तरह के वायरस या गड़बड़ी पैदा करने वाले किसी सॉफ्टवेयर को तुरंत खत्म कर देगा। यदि यह सॉफ्टवेयर डाउनलोड नहीं हो पाए तो इसका अर्थ यह होगा की कंप्यूटर वानाक्राई हमले का शिकार हो चुका है। ऐसी स्थिति में उसे अलग कर देना ही बेहतर होगा। (वार्ता)
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