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Last Modified: श्रीनगर , सोमवार, 25 जुलाई 2016 (08:13 IST)

राजनाथ ने सुरक्षाबलों से कहा-पेलेट गन के इस्तेमाल से परहेज करें

राजनाथ ने सुरक्षाबलों से कहा-पेलेट गन के इस्तेमाल से परहेज करें - Rajnath Singh on Kashmir
घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद के लिए कश्मीर में लोगों से अपील करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि राज्य के साथ केंद्र सिर्फ जरूरत आधारित नहीं बल्कि भावनात्मक संबंध चाहता है। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करे।
पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए सिंह ने यह भी कहा कि पड़ोसी देश को कश्मीर के बारे में अपना रुख और नजरिया में बदलाव लाना चाहिए।
 
राज्य की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद सिंह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में एक बार शांति बहाल हो जाए, फिर जिस किसी से भी जरूरत होगी, केंद्र बातचीत करेगा। इसके पहले उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और श्रीनगर तथा अनंतनाग में कई प्रतिनिधिमंडलों के साथ बातचीत की।
 
उन्होंने राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद के लिए अपील करते हुए घाटी में लोगों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया और कहा, 'जहां तक भारत सरकार का सवाल है, मैं यह साफ करना चाहता हूं कि हम सिर्फ जरूरत आधारित संबंध नहीं चाहते बल्कि कश्मीर के साथ एक भावनात्मक संबंध बनाना चाहते हैं।' कश्मीर में उसकी भूमिका को लेकर पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए सिंह ने कहा, 'कश्मीर पर उसकी भूमिका पाक नहीं रही है। पाकिस्तान को कश्मीर के बारे में अपना रुख और नजरिया में बदलाव लाना चाहिए।'
 
उन्होंने लोगों से कहा कि राज्य में शांति स्थापित करने के लिए वे 'रचनात्मक सुझाव' दें। उन्होंने कहा, 'कश्मीर में स्थिति में सुधार के लिए किसी तीसरी ताकत की कोई आवश्यकता नहीं है।' पाकिस्तान पर बरसते हुए सिंह ने कहा कि वह खुद ही आतंकवाद से प्रभावित है और एक ओर इसके खात्मे के लिए लाल मस्जिद में प्रवेश कर आतंकवादियों को मार रहा है वहीं दूसरी ओर कश्मीर में हमारे युवाओं को हथियार उठाने के लिए कह रहा है। 'यह रुकना चाहिए।' लोगों की मौत पर अफसोस जताते हुए सिंह ने युवाओं से पथराव नहीं करने की अपील की और कहा कि उन्होंने सुरक्षाबलों को पेलेट गन के उपयोग से यथासंभव परहेज करने को कहा है।
 
उल्लेखनीय है कि आठ जुलाई को मुठभेड़ में आतंकवादी कमांडर बुरहान वाली के मारे जाने के एक दिन बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच शुरू झड़पों में 45 लोगों की मौत हो गयी।
 
सिंह ने राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद के लिए अपील करते हुए घाटी में लोगों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया और कहा, 'जहां तक भारत सरकार का सवाल है, मैं यह साफ करना चाहता हूं कि हम सिर्फ जरूरत.आधारित संबंध नहीं चाहते बल्कि कश्मीर के साथ एक भावनात्मक संबंध बनाना चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि राज्य में एक बार शांति बहाल हो जाए, फिर जिस किसी से भी जरूरत होगी, केंद्र बातचीत करेगा।
 
यह पूछे जाने पर कि अलगाववादियों के साथ कोई बातचीत होगी, सिंह ने कहा, 'पहले सामान्य स्थिति और शांति बहाल होने दीजिए, हम यहां मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे और हम उन्हें विश्वास में लेने के बाद ही कार्य करेंगे।' उन्होंने कहा, 'पहले हम सुनिश्चित करें कि सामान्य स्थिति बहाल हो। उसके बाद, हम जिस किसी से चाहेंगे, उससे बात करेंगे।' 
 
सिंह ने कहा, 'मतभेद को बातचीत के जरिए दूर किया जा सकता है क्योंकि दूसरा कोई हल नहीं है।' उन्होंने कहा कि समस्याओं का हल तुरंत नहीं निकल सकता। 'समस्याओं का हल 15 दिनों में या एक महीने में नहीं हो सकता। इसमें समय लगेगा।' उन्होंने कहा, 'मैं महसूस करता हूं कि लोकतंत्र में अगर कश्मीरियत के लिए कोई जगह है तो यह सिर्फ इंसानियत की होगी।' उन्होंने कहा कि देशभर के लोग चाहते हैं कि कश्मीर एक बार फिर 'फिरदौस' (स्वर्ग) बने।
 
घाटी में चल रही अशांति के दौरान घायल हुए लोगों के प्रति सहानुभूति जताते हुए सिंह ने युवाओं से पथराव से दूर रहने की अपील की।
 
उन्होंने कहा, 'मैं कश्मीर के युवाओं से अपील करता हूं कि वे पथराव में शामिल नहीं हों और सुरक्षा बलों को पेलेट गन के उपयोग से यथासंभव परहेज करना चाहिए।' सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर की स्थिति को लेकर चिंतित हैं और वह चाहते हैं कि जल्द से जल्द स्थिति में सुधार हो।
 
उन्होंने कहा, 'मैं कश्मीर की स्थिति को लेकर काफी चिंतित हूं और हमारे प्रधानमंत्री भी इसको लेकर काफी चिंतित हैं। यहां जो हुआ, उस पर खेद जताने के साथ ही मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना जताता हूं जिनके सदस्यों की मौत हुयी है।' सिंह ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने कल रात मुझसे बात की और कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की। वह चाहते हैं कि स्थिति सुधरनी चाहिए।' 
 
मौजूदा अशांति के दौरान लोगों की मौत पर दुख जताते हुए सिंह ने कहा कि केंद्र घाटी की स्थिति में सुधार के लिए कोई भी रचनात्मक सुझाव के लिए तैयार है। उन्होंने लोगों से कहा कि राज्य की स्थिति में सुधार करने के लिए वे 'रचनात्मक सुझाव' दें। राज्य से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून हटाए जाने के बारे में उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जो कुछ भी किया जाएगा, राज्य सरकारों के साथ विचार विमर्श के साथ ही किया जाएगा।
 
अपनी यात्रा के दौरान सिंह ने 30 प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की और इस दौरान उन्हें घाटी में शांति के लिए सुझाव एवं सूचना मिली। उन्होंने कहा, 'मैंने अनंतनाग का भी दौरा किया और एक घंटे तक लोगों की बातें सुनीं। मैंने अनंतनाग के लोगों से भी शांति बनाए रखने और शांति बहाल करने में मदद की अपील की।' यह पूछे जाने पर कि क्या भारत कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत करेगा, सिंह ने कहा कि किसी तीसरी ताकत को शामिल किए जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
 
इस्लामाबाद पर बरसते हुए सिंह ने कहा कि एक ओर पाकिस्तान खुद ही आतंकवाद से मुकाबला कर रहा है वहीं वह कश्मीरी युवाओं को हथियार दे रहा है। उन्होंने जोर दिया कि सरकार किसी भी प्रकार के आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, मैं पड़ोसी देश से कहना चाहता हूं कि आप आतंकवाद से पीडित हैं। आपने आतंकवादियों को मारने के लिए लाल मस्जिद (लाहौर) पर हमला किया और आप कश्मीर में युवाओं के लिए हथियार भेज रहे हैं। यह बंद होना चाहिए। (भाषा)
 
 
 
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