शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Railway
Written By
Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 21 अप्रैल 2015 (22:52 IST)

रेलवे बनेगा विकास का इंजन : सुरेश प्रभु

रेलवे बनेगा विकास का इंजन : सुरेश प्रभु - Railway
नई दिल्ली। रेल बजट को आम आदमी को समर्पित बताते हुए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने आज कहा कि रेल मंत्रालय ने प्रत्येक वादों को पूरा करने के लिए ‘कार्य योजना’ तैयार की है, साथ ही इस बात पर जोर दिया कि रेलवे अर्थव्यवस्था के विकास का इंजन बनेगा।

रेलवे के विस्तार के लिए रिण लेकर कर्ज के जाल में फंसने के विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए प्रभु ने इस संबंध में विकसित देशों का उदाहरण दिया जहां रेलवे के विस्तार के लिए इस तरह की पहल की गई है।

रेलमंत्री ने रेल परियोजनाओं को पूरा करने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राज्यों के साथ हाथ मिलाने के अपने प्रस्ताव के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि कई राज्य पहले ही इस बारे में लिख चुके हैं और रेलवे जल्द ही इनके साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करेगी। सुरेश प्रभु लोकसभा में रेलवे की वर्ष 2015.16 के अनुदान की मांगों पर हुई चर्चा का उत्तर दे रहे थे। रेलमंत्री के जवाब के बाद सदन ने अनुदान की मांगों को मंजूरी दे दी।

चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार बुलेट ट्रेन, वाईफाई पर ध्यान केंद्रीत कर रही है जबकि स्वच्छ शौचालय, स्वच्छ भोजन और सुरक्षा को नजरंदाज किया जा रहा है।  रेलमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रेलवे को देश के सामाजिक आर्थिक बदलाव का वाहक बताया है और आधारभूत संरचना के विकास और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

उन्होंने कहा कि रेल बजट का जोर मुख्य रूप से आम आदमी पर है। उन्होंने रेलवे की लंबित परियोजनाओं को पूरा करने पर जोर दिया और कहा कि इसी उद्देश्य से कोई नई परियोजना की घोषणा नहीं की गई। इसका मकसद रेलवे को पटरी पर लाना है।

रेलवे से जुड़ी स्थाई समिति की रिपोर्ट को लेकर हालांकि रेलमंत्री को विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ा। प्रभु ने कहा कि रेलवे बेहतर बनेगा तब गरीबी उन्मूलन में भी मदद मिलेगी क्योंकि रेलवे न केवल रोजगार के बड़े अवसर पैदा करता है बल्कि इससे क्षेत्रीय असंतुलन दूर करने में भी मदद मिलेगी।

प्रभु ने कहा कि कई राज्य अपने इलाके में रेलवे के विकास के मामले में उपेक्षा किए जाने की बात करते हैं। रेलवे के आंतरिक संसाधन सीमित हैं और बजटीय आवंटन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में हमने बड़े पैमाने पर निवेश को बढ़ावा देने की पहल की है।

रेलमंत्री ने कहा कि राज्य की परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रीत करते हुए विशेष उद्देश्य कंपनी का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्यों को आवंटन में पहले की तुलना में दोगुणी से तीन गुणा वृद्धि की गई है।

प्रभु ने कहा कि रेलवे का विकास हमारी प्राथमिकता है। हम रेलवे को विकास का इंजन विकसित और अविकसित के बीच खाई को पाटने और गरीबी एवं असमानता दूर करने का माध्यम बनाना चाहते हैं।  (भाषा)